वायु प्रदूषण पर चिंता जता कर हाफ मैराथन करवाने पर कायम आयोजक
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वायु प्रदूषण पर चिंता जता कर हाफ मैराथन करवाने पर कायम आयोजक

एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन के आयोजकों ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के खराब स्तर  पर चिंता जताने के साथ ही कहा कि 19 नवंबर को इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का आयोजन होगा.

अगले कुछ दिनों में वायु की गुणवत्ता में सुधार के चलते आयोजकों को दिल्ली हाफ मैराथन आयोजन की उम्मीद

नई दिल्ली दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर के बहुत ऊपर बढ़ने से सामान्‍य जनजीवन अभी भी बुरी तरह से अस्त व्यस्त है. इसी को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को देखते हुए एयरटेल दिल्ली हॉफ मैराथन के आयोजन को रद्द करने का आग्रह किया था. इससे पहले एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन (एडीएचएम) के आयोजकों ने 19 नवंबर को हाफ मैराथन के दौरान धूल से जुड़े प्रदूषण से निपटने के लिये नमक मिले पानी का छिड़काव करने का फैसला किया था तो एयरटेल ने लोगों और ग्राहकों की प्रतिक्रियाएं देखते हुए एयरटेल दिल्ली हॉफ मैराथन (एडीएचम) से अपना समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी. 

  1. हाफ मैराथन आयोजकों ने वायु प्रदूषण के खराब स्तर पर जताई चिंता 
  2. कहा 19 नवंबर को इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का आयोजन होगा
  3. आयोजकों को अगले कुछ दिनों में वायु की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद 

एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन के आयोजकों ने आज स्वीकार किया कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का खराब स्तर चिंता की बात है लेकिन साथ ही कहा कि 19 नवंबर को इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का आयोजन होगा.आयोजकों के प्रमुख विवेक सिंह ने कहा कि उन्हें अगले कुछ दिनों में वायु की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है.

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प्रोकैम इंटरनेशनल के संयुक्त प्रबंध निदेशक विवेक ने कहा, ‘‘हम स्वीकार करते हैं कि पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा है और यह हमारे लिए चुनौती है. वायु की गुणवत्ता बिलकुल भी सही नहीं है और हम इसे लेकर चिंतित हैं. लेकिन हमें इस स्थिति के साथ जीना होगा और हम यहां दौड़ जारी रखने के लिए हैं.’’

हाफ मैराथन के आयोजन को अब सिर्फ 10 दिन बचे हैं और इसकी उलटी गिनती से जुड़े कार्यक्रम में विवेक ने कहा, ‘‘इस रेस को रद्द करने से खेल ही नहीं बल्कि समाज और शहर का भी काफी नुकसान होगा.’’ उन्होंने कहा कि पिछले साल भी खराब वायु गुणवत्ता का मुद्दा था और बाकी 10 दिन में मौजूद स्थिति में सुधार हुआ.

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विवेक ने कहा कि किसी भी विदेशी एलीट धावक ने अब तक कोई शिकायत नहीं की है और खराब वायु गुणवत्ता के बारे में नहीं पूछा है और उन सभी ने प्रतिनिधित्व की पुष्टि की है.उन्होंने बताया कि रेस शुरू होने से 12 घंटे पहले हजारों कारों और ट्रकों को कोर्स से निश्चित दूरी पर नहीं आने दिया जाएगा, नमक मिले पानी से कोर्स को धोया जाएगा जिससे स्थिति में सुधार होगा.

उन्होंने हालांकि कहा कि उनका संगठन अगले साल से प्रतियोगिता की तारीख में बदलाव पर विचार करेगा.

विवेक ने कहा, ‘‘हां, पिछले साल इस मुद्दे की पहचान हुई. इस साल की रेस के बाद हम विचार करेंगे कि मौजूद विंडो से पहले या बाद में सर्वश्रेष्ठ विंडो कौन सी उपलब्ध है.’’ इस बीच रेस में 35000 धावक हिस्सा लेंगे जिसमें से 13000 एलीट और एमेच्योर वर्ग में होंगे. इस 275000 डालर इनामी प्रतियोगिता में चार वर्ग में रेस होगी जो हाफ मैराथन (एलीट एवं एमेच्योर), ग्रेट दिल्ली रन, 10के रन, सीनियर सिटीजन और चैंपियंस विद डिसेबिलिटी शामिल हैं.
(इनपुट भाषा)

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