डेविस कप: शापोवालोव ने कनाडा को फिर विश्व ग्रुप में दिलाई जगह, भारत को 3-2 से हराया
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डेविस कप: शापोवालोव ने कनाडा को फिर विश्व ग्रुप में दिलाई जगह, भारत को 3-2 से हराया

चेन्नई के रामकुमार जब तक संभल पाते तब तक शापोवालोव ने पहले गेम में उनकी सर्विस तोड़कर 4-1 की बढ़त बना ली थी.

भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे सेट में बेहतर प्रदर्शन किया और एक समय 5-4 से आगे चल रहे थे. (प्रतीकात्मक फोटो)

एडमंटन: रामकुमार रामनाथन को करो या मरो के चौथे मैच में शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे भारत को एक बार फिर एशिया क्षेत्र में चुनौती पेश करनी होगी, जबकि डेनिस शापोवालोव ने यहां कनाडा को 3-2 से जीत दिलाकर एक बार फिर एलीट डेविस कप विश्व ग्रुप टेनिस टूर्नामेंट में वापसी कराई. भारत को रामकुमार से मुकाबले के अंतिम दिन चमत्कार की उम्मीद थी, लेकिन वह मौकों को भुनाने में सफल रहे जिससे दुनिया के 51वें नंबर के खिलाड़ी शापोवालोव ने 6-3 7-6 6-3 की जीत के साथ कनाडा को 3-1 की विजयी बढ़त दिलाई. युकी ने इसके बाद महज औपचारिकता के पांचवें मैच में ब्रायडन शनूर को 6-4 4-6 6-4 से हराया, लेकिन भारत को कनाडा के खिलाफ इंडोर कोर्ट में हुए विश्व ग्रुप प्ले ऑफ मुकाबले में 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी. उतार चढ़ाव से भरे मैच में युकी ने निर्णायक सेट में शुरुआती ब्रेक से उबरते हुए पांचवें मैच प्वॉइंट पर जीत दर्ज की.

भारत इसके साथ ही लगातार चौथे साल प्ले आफ की बाधा को पार करने में विफल रहा. पिछले तीन प्रयासों में उसे सर्बिया, चेक गणराज्य और स्पेन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा है. कनाडा ने इस तरह पिछले साल फरवरी में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ पहले दौर में मिली शिकस्त के बाद 16 देशों के विश्व ग्रुप में वापसी की. भारत को अब फिर प्ले ऑफ चरण तक पहुंचने के लिए 2018 में एशिया ओसियाना ग्रुप एक में चुनौती पेश करनी होगी. भारतीय टीम के गैरखिलाड़ी कप्तान महेश भूपति को तीनों दिन मौके गंवाने का मलाल है.

भूपति ने कहा, ‘हमने मौकों का फायदा नहीं उठाया. आज सहित हमें सभी दिन मौके मिले. आज दूसरे सेट में बराबरी हासिल करने के लिए रामकुमार के पास चार सेट प्वॉइंट थे.’ मुकाबले के सकारात्मक पक्षों पर भूपति ने कहा, ‘हमने कड़ी टक्कर दी और हम विश्व ग्रुप में जगह बनाने के काफी करीब थे. अगले साल इस समय मुझे युकी और रामकुमार दोनों के शीर्ष 100 में शामिल होने की उम्मीद है.’ 

इससे पहले रामकुमार की शुरुआत काफी खराब रही और उन्होंने लगातार 11 अंक गंवाए. वह हालांकि सर्व और वाली रणनीति की बदौलत शापोवालोव के दमदार मैदानी शाट से उबरने में सफल रहे. चेन्नई के रामकुमार जब तक संभल पाते तब तक शापोवालोव ने पहले गेम में उनकी सर्विस तोड़कर 4-1 की बढ़त बना ली थी. बायें हाथ के खिलाड़ी शापोवालोव ने पहले आठ गेम में सिर्फ तीन अंक गंवाए. रामकुमार को कुछ शानदार रिटर्न की बदौलत नौवें गेम में दो ब्रेक प्वॉइंट मिले लेकिन उन्होंने इन दोनों को बचाने के बाद ऐस के साथ पहला सेट अपने नाम किया.

भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे सेट में बेहतर प्रदर्शन किया और एक समय 5-4 से आगे चल रहे थे. रामकुमार को 12वें गेम में चार सेट प्वॉइंट मिले, लेकिन वह एक का भी फायदा नहीं उठा पाए और अंतत: टाईब्रेक में मैच के अपने पांचवें डबल फॉल्ट के साथ उन्होंने दूसरा सेट भी गंवा दिया.दबाव के बावजूद शापोवालोव ने दूसरे सेट के अंतिम 15 में से 13 अंक जीते. रामकुमार छह में से एक भी ब्रेक प्वॉइंट का फायदा नहीं उठा पाए जबकि शापोवालोव ने विषम परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन किया. तीसरे सेट के छठे गेम में शापोवालोव ने रामकुमार की सर्विस तोड़कर 4-2 की बढ़त बनाई और फिर नौवें गेम में भारतीय खिलाड़ी की सहज गलती के साथ सेट और मैच अपने नाम किया.

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