दिल्ली ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे सोमदेव और युकी
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दिल्ली ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे सोमदेव और युकी

सोमदेव देववर्मन और युकी भांबरी ने खिताबी भिड़ंत की ओर कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को यहां दिल्ली ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पुरूष एकल के सेमीफाइनल में जगह बनाई जबकि साकेत माइनेनी को शिकस्त का सामना करना पड़ा।

नई दिल्ली : सोमदेव देववर्मन और युकी भांबरी ने खिताबी भिड़ंत की ओर कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को यहां दिल्ली ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पुरूष एकल के सेमीफाइनल में जगह बनाई जबकि साकेत माइनेनी को शिकस्त का सामना करना पड़ा।

देश के नंबर एक एकल खिलाड़ी सोमदेव ने क्वार्टर फाइनल में हमवतन सनम सिंह को कड़े मुकाबले में 4-6, 6-1, 6-3 से हराया जबकि जबकि युकी ने सीधे सेटों में मालदोवा के सातवें वरीय राडु अल्बोट को 7-6, 6-3 से शिकस्त दी। साकेत आज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए और उन्हें बेल्जियम के किमर कोपेयांस के हाथों 4-6, 3-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी।

सोमदेव को सेमीफाइनल में कोपेयांस का सामना करना है जबकि युकी का सामना बेल्जियम के बायें हाथ के खिलाड़ी रूबेन बेमेलमान्स ने होगा जिन्होंने इस एक लाख डालर इनामी एटीपी चैलेंजर प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के ल्यूक सेविले को 6-4, 6-4 से हराया।

शीर्ष वरीय को हराकर उलटफेर करने वाले सनम ने मैच के पहले ही गेम में सोमदेव की सर्विस तोड़कर अच्छी शुरूआत की। सोमदेव ने छठे गेम में विरोधी की सर्विस तोड़कर स्कोर 3-3 से बराबर किया। उन्होंने हालांकि सनम को सातवें गेम में एक बार फिर सर्विस तोड़ने का मौका दिया जिसके बाद उन्हें पहला सेट अपने नाम करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।

सोमदेव ने दूसरे सेट में अपनी गलतियों को काबू में रखा और अच्छी सर्विस की। उन्होंने चौथे गेम में सनम की सर्विस तोड़कर 3-1 की बढ़त बनाई। सोमदेव ने अपने पुराने युगल जोड़ीदार पर दूसरे सेट के दौरान पूरी तरह से दबाव बनाए रखा और इस दौरान अपनी सर्विस पर सिर्फ चार अंक गंवाए और सेट आसानी से जीत लिया।

तीसरे और निर्णायक सेट में भी सोमदेव ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए पांचवें गेम में सनम की सर्विस तोड़ी और फिर 4-2 की बढ़त बनाई। सनम ने इसके बाद लंबा बैकहैंड मारकर सोमदेव को दो मैच प्वाइंट दिए और इस गत चैम्पियन खिलाड़ी ने दूसरे अंक पर फोरहैंड विनर के साथ मैच अपने नाम किया।

सोमदेव ने कहा, ‘यह काफी कड़ा मैच था। सनम में दोनों ओर से आक्रमण करने की प्रतिभा है। उसका कोई कमजोर पक्ष नहीं है। मुझे पता था कि अगर मैं एक बार बढ़त बनाने में सफल रहा तो मैच जीत लूंगा।’ इस बीच एन श्रीराम बालाजी और विष्णु वर्धन की हार के साथ युगल वर्ग में भारत की चुनौती समाप्त हो गई। इस भारतीय जोड़ी को इटली के रिकाडरे गेडिन और जापान के तोशिहिदे मातसुई की जोड़ी ने 5-7, 6-4, 10-5 से हराया।

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