सरकार ने रेलवे में यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए आम बजट में 1657 करोड़ रुपये का आवंटन किया है. इसमें पिछले साल के बजट की तुलना में करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी की गई है.
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नई दिल्ली : सरकार ने रेलवे में यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए आम बजट में 1657 करोड़ रुपये का आवंटन किया है. इसमें पिछले साल के बजट की तुलना में करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी की गई है. वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा प्रस्तुत आम बजट में यात्री सुविधा के लिए आवंटन 1657 करोड़ रुपये कर दिया गया है जो 2017-18 में 1100.90 करोड़ रुपये था.
‘ट्रेन 18’ नाम वाले कोच
यात्रा और सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार ने विश्वस्तरीय आधुनिक ट्रेनें बनाने की योजना बनाई है. इसके तहत जर्मन निर्माता कंपनी लिंक हॉफमैन बुश 2018 में उत्पादन की वजह से ‘ट्रेन 18’ नाम वाले कोच बनाएगी. पूरी तरह स्वदेश निर्मित कोचों को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चलने के लिहाज से डिजाइन किया गया है. इसी तरह ‘ट्रेन 20’ ऐसी ट्रेनों का अगला स्तर है जो 2020 में आ सकती हैं.
18,000 किमी रेलमार्ग का दोहरीकरण
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का मुख्य ध्यान इसकी क्षमता बढ़ाने पर है. पूंजीगत व्यय का बड़ा हिस्सा रेलवे की क्षमता निर्माण को समर्पित है. जेटली ने कहा कि 18,000 किमी रेलमार्ग का दोहरीकरण व 5,000 किमी रेल मार्ग की तीसरी और चौथी लाइनों को ब्रॉड गेज में बदलने से इसकी क्षमता बढ़ जाएगी. इससे लगभग पूरा नेटवर्क ब्राड गेज में बदल जाएगा.
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स्टेशनों और ट्रेनों में वाई-फाई
वित्त मंत्री ने कहा कि मौजूदा वर्ष के दौरान 3,600 किमी से ज्यादा के रेल पटरियों के नवीनीकरण का लक्ष्य है. अन्य प्रमुख कदमों में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाना जैसे कुहरे से सुरक्षा व रेल सुरक्षा व चेतावनी प्रणाली शामिल है. 600 प्रमुख रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य इंडियन रेलवे स्टेशन डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा लिया गया है. उन्होंने कहा कि सभी 25,000 से ज्यादा यात्रियों वाले स्टेशनों पर एस्केलेटर लगेंगे. सभी रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में वाई-फाई की सुविधा प्रदान की जाएगी.
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सुरक्षा पर जोर
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उनका लक्ष्य इस तरह की 100 ट्रेनों के सेट तैयार करने का है जो निकट भविष्य में शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस की जगह लेंगी. पीयूष गोयल ने कहा कि हर चीज में जोर प्रौद्योगिकी पर रहेगा. लोगों को सुरक्षा देनी है. उनका लक्ष्य है कि सभी ट्रेनों और सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरे और वाई-फाई हों.