मध्यम वर्गीय को बजट में मायूसी हाथ लगी है. सरकार ने इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है.
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नई दिल्ली: मध्यम वर्गीय को बजट में मायूसी हाथ लगी है. सरकार ने इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है. टैक्स छूट सीमा 2.5 लाख रुपए ही होगी. जबकि टैक्स बचाने की सीमा 1.50 लाख रुपए ही होगी. हालांकि, इनकम टैक्स को लेकर सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. इनकम टैक्स देने वालों की संख्या पिछले कुछ समय में बढ़ी है. नोटबंदी से करीब 1000 करोड़ रुपए ज्यादा टैक्स आया. नोटबंदी के बाद करीब 85.51 लाख नए टैक्सपेयर जुड़े हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो मध्यम वर्ग और सर्विस क्लास को कोई राहत न देकर सरकार ने बड़ा राजनीतिक जोखिम लिया है.
वरिष्ठ नागरिकों को छूट
सरकार ने आयकर के स्लैब्स में कोई बदलाव नहीं, सभी वेतनभोगियों का 40 हजार तक स्टेंडर्ड डिडक्शन होगा. वरिष्ठ नागरिकों को जमा राशि पर ब्याज आय में 50 हजार तक छूट मिलेगी.
क्या है मौजूदा टैक्स स्लैब
कॉरपोरेट टैक्स में भारी छूट
250 करोड़ टर्नओवर वाली कंपनी को अब कम टैक्स देना होगा. कॉर्पोरेट टैक्स में कंपनियों को भारी छूट दी गई है. वित्त मंत्री ने ऐलान किया 250 करोड़ रुपए तक टर्नओवर वाली कंपनियों को 25 फीसदी कॉरपोरेट टैक्स देना है. पहले यह राहत 50 करोड़ रुपए तक टर्नओवर वाली कंपनियों को ही थी.
टैक्स कलेक्शन बढ़ा
वित्तमंत्री जेटली ने बताया कि पिछले कुछ समय में इनकम टैक्स कलेक्शन 90 हजार करोड़ रुपए बढ़ा. डायरेक्ट टैक्स में 12.6 फीसदी का इजाफा हुआ.