Budget Yatra: 1955-56 में पहली बार हिन्दी में भी बजट भाषण प्रकाशित हुआ
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Budget Yatra: 1955-56 में पहली बार हिन्दी में भी बजट भाषण प्रकाशित हुआ

26 नवंबर 1947 को आजाद भारत के पहले वित्त मंत्री सर आरके शनमुखम चेती ने बजट पेश किया था

प्रतीकात्मक तस्वीर.

देश में बजट का इतिहास बहुत लंबा है. ब्रिटिश सरकार ने सात अप्रैल 1860 को पहली बार भारत के लिए बजट की शुरुआत की थी. इसके बाद 18 फरवरी 1869 को भारतीय परिषद के वित्त सदस्य मिस्टर विल्सन ने भारत के लिए बजट पेश किया. अंग्रेजी राज खत्म होने के बाद 26 नवंबर 1947 को आजाद भारत के पहले वित्त मंत्री सर आरके शनमुखम चेती ने बजट पेश किया. लेकिन ये सारे बजट अंग्रेजी में होते थे. आजादी के बाद लगातार आठ बार अंग्रेजी में ही बजट भाषण छापे जाते रहे. वर्ष 1955-56 में पहली बार राजभाषा हिन्दी में भी बजट भाषण का प्रारूप प्रकाशित किया गया. इसके बाद लगातार दोनों भाषाओं अंग्रेजी और हिंदी में बजट भाषण प्रकाशित होता रहा.

  1. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को देश की पहली महिला वित्त मंत्री रहते हुए बजट पेश करने का गौरव प्राप्त है
  2. प्रधानमंत्री रहते हुए पं. जवाहरलाल नेहरू ने 1958-59 में पहली बार सदन में बजट पेश किया था
  3. सबसे लंबा बजट भाषण देने वाले वित्त मंत्री के रूप में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को याद किया जाता है

बजट से जुड़ी खास बातें 

- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पहले गवर्नर रह चुके सी. डी. देशमुख ने वित्तीय वर्ष 1951-52 का अंतरिम बजट पेश किया था. वे उस समय देश के वित्त मंत्री थे. 
- देश के दूसरे वित्त मंत्री जॉन मथाई को हटाए जाने के बाद देशमुख को वित्त मंत्री की जिम्मेवारी दी गई थी.
- वर्ष 1955-56 में पहली बार राजभाषा हिन्दी में भी बजट भाषण का प्रारूप प्रकाशित किया गया. इसके पहले सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही बजट का प्रारूप प्रकाशित होता था.
- प्रधानमंत्री रहते हुए पं. जवाहरलाल नेहरू ने 1958-59 में पहली बार सदन में बजट पेश किया था.
- पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को देश की पहली महिला वित्त मंत्री रहते हुए बजट पेश करने का गौरव प्राप्त है. उन्होंने वर्ष 1970 और 1971 में आम बजट पेश किया था. गांधी ही अब तक वित्त मंत्री के पद पर पहुंची देश की एकमात्र नेत्री रही हैं.
- वर्ष 1991-92 में पहली बार ऐसा हुआ कि एक ही साल में दो अलग-अलग दलों के नेताओं ने बजट पेश किया. पूर्वी पीएम चंद्रशेखर सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने अपनी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया. उसके बाद पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व में बनी कांग्रेस की सरकार के वित्त मंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह ने उसी साल बतौर वित्त मंत्री आम बजट पेश किया.
- सबसे लंबा बजट भाषण देने वाले वित्त मंत्री के रूप में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को याद किया जाता है. मुखर्जी ने वर्ष 1982 में 95 मिनट यानी डेढ़ घंटे से ज्यादा का बजट भाषण पढ़ा था. इस पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कहा था, "सबसे छोटे वित्त मंत्री का सबसे लंबा बजट भाषण."
- पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने वित्त मंत्री वी. पी. सिंह को सरकार से हटने के बाद वर्ष 1987-88 में बजट पेश किया था. इसमें पहली बार देश में कॉर्पोरेट टैक्स की अवधारणा लाई गई.
- पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई पहले ऐसे वित्त मंत्री रहे हैं जिन्होंने अपने जन्मदिन पर दो बार बजट भाषण पढ़ा. उन्होंने 1964 और 1968 में 29 फरवरी को बजट पेश किया था.

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