वैदिक ज्योतिष में देवगुरु बृहस्पति का महत्वपूर्ण स्थान हैं. वह जब भी चाल बदलते हैं तो मानव जाति पर व्यापक असर पड़ता है.
Chandra Shekhar Verma
Jul 31, 2023
गुरु को राशि परिवर्तन करने में करीब 13 महीनों का समय लगता है. उन्होंने 22 अप्रैल 2023 को मीन राशि से निकलकर मेष में प्रवेश किया था.
गुरु अब फिर से अपनी चाल बदलने वाले हैं. वह 4 सितंबर 2023 को शाम के करीब 5 बजे वक्री हो जाएंगे.
गुरु वक्री अवस्था में 31 दिसंबर 2023 की सुबह तक रहेंगे.
गुरु के वक्री होने से कुछ राशि के जातकों पर शुभ प्रभाव देखने को मिल सकता है.
वक्री गुरु मेष राशि के जातकों के लिए लाभकारी और शुभ परिवर्तन लाएंगे.
मेष राशि वालों को किस्मत का पूरा साथ मिलेगा और रुके हुए काम जल्द पूरे होंगे.
गुरु के वक्री होने से मिथुन राशि वालों की अच्छी इनकम होने की संभावना है.
मिथुन राशि के जातकों को धन लाभ हो सकता है. वैवाहिक जीवन बेहतरीन बना रहेगा. नई प्रापर्टी खरीदने के योग बनेंगे.
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना किसी वरदान से कम नहीं होगा. करियर और कारोबार में वृद्धि देखने को मिलेगी. मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी. रुका हुआ धन वापस मिल सकता है.