देशभर में 24 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा. इस दिन रावण दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है.
आपने देखा होगा कि लोग रावण दहन के बाद पुतले के बचे हुए अवशेष को घर लेकर जाते हैं.
मान्यता है कि घर में रावण की अस्थियां लाना शुभ होता है. आइये जानते हैं इसके पीछे की वजह और मान्यता
पौराणिक कथा के अनुसार, जब प्रभु राम ने रावण का वध किया था, तब उनकी सेना जीत के प्रमाण स्वरूप लंका की राख अपने साथ ले आई थी.
यही वजह है कि लोग आज भी रावण दहन के बाद अवशेषों को अपने घर ले जाते हैं.
पौराणिक ग्रंथों के मुताबिक, स्वर्ग के कोषाध्यक्ष कुबेर रावण के भाई थे. उन्होंने ही सोने की लंका बनाई गई थी.
माना जाता है कि रावण की अस्थियां और लंका के अवशेषों को घर लाने से धन-धान्य की कमी नहीं रहती है. कुबेर स्वयं वास करते हैं.
कहा जाता है कि आज तक रावण जैसा महाज्ञानी, पराक्रमी नहीं हुआ. रावण के ज्ञान की प्रशंसा भगवान श्री राम ने भी की थी.
इसलिए मान्यता है कि अगर घर में रावण की अस्थियां हो तो भय का नाश होता है और नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती.
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