Indian Air Force : भारतीय वायु सेना समय-समय पर अपना दमखम दिखाती रही है. चाहे वह पाकिस्तान युद्ध हो या द्वितीय विश्व युद्ध. पिछले वर्षों में वायु सेना और अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों से लैस हुई है. हालांकि वायु सेना की बहादुरी के किस्से बहुत कम ही लोगों को पता है. तो आइये जानते हैं वायु सेना का इतिहास और उपलब्धि?.
भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है.
गाजियाबाद स्थित हिंडन वायु सेना स्टेशन एशिया का सबसे बड़ा एयरबेस है.
भारतीय वायु सेना का गठन आठ अक्टूबर 1932 को हुआ था.
भारत के आजाद होन से पहले एयर फोर्स को रॉयल इंडियन एयर फोर्स कहा जाता था.
इंडियन एयर फोर्स का आर्दश वाक्य नभ : स्पृशं दीप्तम है. अंग्रेजी में इसे Touch The Sky With Glory है.
नभ: स्पृशं दीप्तम वाक्य को धार्मिक ग्रंथ गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है.
यह वाक्य महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का अंश है.
इस वाक्य को 21 अप्रैल 1959 को भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा अनुमोदित किया गया था.
बता दें कि भारतीय वायु सेना ने अपनी पहली उड़ान 1 अप्रैल 1933 को भरी थी.
खास बात यह है कि इंडियन एयर फोर्स ने द्वितीय विश्व युद्ध में भी अहम भूमिका निभाई थी.
जानकारी के मुताबिक, अब तक भारतीय वायु सेना कुल पांच जंग लड़ चुकी है.