केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाई का सपना देखने वालों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 9 और केंद्रीय विद्यालय खोलने को हरी झंडी मिल गई है. तो आइये जानते हैं केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन कैसे मिलता है?.
बता दें कि देशभर में 1253 केंद्रीय वि़द्यालय यानी केवीएस हैं. वहीं, बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां 118 केवी विद्यालय हैं.
केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा 1 में एडमिशन लॉटरी सिस्टम के जरिए मिलता है. मामूली फीस में छात्रों की पूरी पढ़ाई पूरी हो जाती है.
वैसे तो केंद्रीय विद्यालयों में एडमिशन मिलना आसान नहीं है. हालांकि, एक बार एडमिशन मिल गया तो बच्चे की लाइफ सेट हो जाती है.
केंद्रीय विद्यालय में पहली से 12वीं कक्षा तक के एडमिशन की प्रक्रिया आमतौर पर फरवरी में शुरू होती है, जो अप्रैल तक चलती है.
एकेडमिक सेशन 2025-26 के लिए प्रक्रिया फरवरी में ही शुरू होगी . पहली कक्षा में एडमिशन ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम से होता है.
पहली कक्षा में एडमिशन में कैटेगरीवाइज वरीयता दी जाती है. जैसे कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को सबसे पहले एडमिशन दिया जाता है.
जो मां-बाप अपने बच्चे का एडमिशन पहली कक्षा में केंद्रीय विद्यालय में कराना चाहते हैं, उन्हें केवीएस की वेबसाइट kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर जाकर फॉर्म भरना होगा. फॉर्म फ्री है.
केंद्रीय विद्यालय एक को-एड स्कूल है. यानी यहां लड़कों और लड़कियों दोनों को एडमिशन मिलता है.
1256 केंद्रीय विद्यालयों में कुल 13,56,258 स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. यहां 56,783 कर्मचारी भी ड्यूटी पर रहते हैं.
इनमें से 50,197 शैक्षिक कर्मचारी यानी शिक्षक हैं और 6586 गैर-शैक्षिक कर्मचारी यानी अन्य स्टाफ हैं.
केवीएस में एडमिशन फीस मात्र 25 रुपये है. री एडमिशन फीस 100 रुपये है. ट्यूशन फीस प्रति माह कक्षा नौ और 10 तक 200 रुपये है.
इसके अलावा कक्षा 11, 12 (कॉमर्स और आर्ट्स) (बॉयज) के लिए 300 रुपये, कक्षा 11, 12 (साइंस) (बॉयज) के लिए 400 रुपये फीस है.
एडमिशन में जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बच्चे की पासपोर्ट साइज फोटो, एससी/एसटी/ओबीसी सर्टिफिकेट (यदि आरक्षित श्रेणी में आते हैं), ईडब्लूएस/बीपीएल सर्टिफिकेट (यदि लागू हो), सिंगल गर्ल चाइल्ड हो तो एफिडेविट, एम्प्लाई सर्विस सर्टिफिकेट और चाइल्ड पैरेंट्स और ग्रैंड पैरेंट्स का रिलेशनशिप सर्टिफिकेट होना चाहिए.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.