लंकाधिपति, राक्षसराज, दशानन जैसे कई नामों से प्रचलित रावण प्रकांड पंडित और बहुत ही विद्वान व्यक्ति था.
भगनवान शंकर का अन्नंय भक्त होने के साथ वह कई विद्याओं में भी निपुण था पर क्या आप जानते है. कि दशानन की कितनी पत्नियां थी
लंकापति रावण की मंदोदरी के अलावा दो और पत्नियां थी जो उसके साथ लंका में हि निवास करती थी.
रावण की पहली पत्नी और सबसे सुंदर मंदोदरी को पतिव्रता धर्म का पालन करने के लिए देवी अहिल्या के बराबर माना जाता है. मंदोदरी राक्षसराज मयासुर की बेटी थीं
रावण की दूसरी पत्नी का नाम धन्यमालिनी था जिनके पुत्रों के नाम अतिक्या और त्रिशिरार था जो भगवान राम से युध्द के समय मारे गए थे.
रावण की पहली पत्नी ने इंद्रजीत, मेघनाद, महोदर, प्रहस्त, विरुपाक्ष नामक पुत्रों को जन्म दिया था. इसमें सबसे ज्यदा बलशाली इंद्रजीत था
तीसरी पत्नी के बारे में कहा जाता है कि रावण ने उसकी हत्या कर दी थी. पर तीसरी पत्नी के प्रहस्था, नरांतका और देवताका नाम के बेटे थे ये भी भगवान राम से युद्ध में मारे गए थे
कहा जाता है कि रावण के मरने के बाद मंदोरनी को सुचारू रूप से साम्राज्य को चलाने के लिए मंदोदरी को विभीषण से विवाह करने की सलाह दी गई. उस समय तो उस प्रस्ताव को मंदोदरी ने ठुकरा दिया था पर फिर कुछ समय बाद स्वीकार कर लिया था