पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के रूप में आरिफ अलवी ने ली शपथ
Advertisement

पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के रूप में आरिफ अलवी ने ली शपथ

प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख जनरलनेशनल असेंबली और सीनेट में पड़े कुल 430 मतों में से अलवी को 212 मत मिले थे जबकि रहमान को 131 और अहसन को 81 मत मिले थे. कमर जावेद बाजवा और विदेशी राजनयिकों सहित शपथ ग्रहण समारोह में सैन्य और असैन्य प्रशासन के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए. 

(फोटो साभारः twitter/@ArifAlvi)

इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल आरिफ अलवी ने रविवार को पाकिस्तान के नये राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार ने ऐवान-ए-सद्र (राष्ट्रपति भवन) में आयोजित सादे समारोह में पेशे से दंत चिकित्सक 69 वर्षीय अलवी को पाकिस्तान के 13वें राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ दिलाई. पूर्ववर्ती ममनून हुसैन ने पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद शनिवार को राष्ट्रपति भवन खाली कर दिया था. प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और विदेशी राजनयिकों सहित शपथ ग्रहण समारोह में सैन्य और असैन्य प्रशासन के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए. 

फ्रांस के राष्ट्रपति ने इमरान खान को फोन किया, वो बोले- कह दो बिजी हूं, आधे घंटे बाद फोन करें

430 मतों में से अलवी को 212 मत मिले
अलवी को चार सितंबर को हुए चुनाव में पाकिस्तान का नया राष्ट्रपति चुना गया था. अलवी ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार ऐतजाज अहसन और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के उम्मीदवार मौलाना फजल उर रहमान को त्रिकोणीय मुकाबले में मात दी थी. नेशनल असेंबली और सीनेट में पड़े कुल 430 मतों में से अलवी को 212 मत मिले थे जबकि रहमान को 131 और अहसन को 81 मत मिले थे. छह मत खारिज कर दिये गये थे. जीत के बाद अपने पहले भाषण में अलवी ने प्रधानमंत्री खान को उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी के लिए नामांकित करने पर धन्यवाद दिया था.

बहुमत से कुछ दूर है इमरान की पार्टी पीटीआई, जश्न मनाने सड़क पर उतरे समर्थक

मेरा राजनीतिक संघर्ष 1967 से चल रहा है
अलवी ने कहा था, आज से मैं सिर्फ पीटीआई द्वारा नामित राष्ट्रपति नहीं हूं, बल्कि मैं पूरे देश और सभी दलों का राष्ट्रपति हूं. सभी दल मेरे समक्ष समान हैं. उन्होंने कहा था, मेरा राजनीतिक संघर्ष अय्यूब खान के शासन काल, 1967 से चल रहा है. हालांकि, मेरा मानना है कि तब से अब तक राष्ट्र में बहुत जागरूकता आयी है. राष्ट्रपति ने संविधान में किये गये वादों को दोहराया. अलवी 2006 से 2013 तक पीटीआई के पार्टी के महासचिव रहे हैं. (इनपुटः भाषा)

ये भी देखे

Trending news