ओबामा ने शरीफ को अमेरिकी यात्रा के लिए आमंत्रित किया
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ओबामा ने शरीफ को अमेरिकी यात्रा के लिए आमंत्रित किया

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आधिकारिक यात्रा के लिए अमेरिका आमंत्रित किया है। इसे यहां उनकी नीतियों खासतौर पर भारत सहित पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में सुधार की उनकी कोशिश को समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है।

इस्लामाबाद : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आधिकारिक यात्रा के लिए अमेरिका आमंत्रित किया है। इसे यहां उनकी नीतियों खासतौर पर भारत सहित पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में सुधार की उनकी कोशिश को समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है।

भारत के साथ शांति कायम करने के अपने प्रत्यक्ष रूझान की वजह से शरीफ शक्तिशाली सेना के दबाव में रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि ओबामा ने अक्तूबर के अंत में शरीफ को यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘यह महत्वपूर्ण यात्रा होगी। यह दर्शाता है कि अमेरिका उग्रवादियों को परास्त कर और अर्थव्यवस्था को मजबूत कर क्षेत्र में शांति कायम करने की शरीफ सरकार की नीतियों का समर्थन करता है।’ औपचारिक निमंत्रण आनेवाले हफ्तों में जारी होने की उम्मीद है।

शरीफ के संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र में भाग लेने के लिए सितंबर में अमेरिका जाने की उम्मीद है। इसके इतर वह शांतिबहाली पर एक सम्मेलन की सह अध्यक्षता करेंगे। अक्तूबर की यात्रा द्विपक्षीय व्यवस्था का हिस्सा है और यह यात्रा संयुक्त राष्ट्र सत्र से अलग होगी। यह शरीफ की दूसरी यात्रा होगी। उन्होंने 2013 में पहली यात्रा की थी।

ओबामा का निमंत्रण ऐसे महत्वपूर्ण वक्त में आया है जब पाकिस्तान ने उत्तरी वजीरिस्तान कबायली क्षेत्र को अल कायदा से संबंधित उग्रवादियों से करीब करीब साफ कर दिया है और अफगान सरकार तथा तालिबान के बीच शांति वार्ता शुरू कराने में मदद की। अमेरिका की यह दो प्रमुख मांगे थीं। अमेरिका की यात्रा भी शरीफ की क्षेत्रीय शांति नीतियों को बढ़ावा देने में मदद करेगी जिसका मकसद सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करना है।

पाकिस्तान में, भारत के प्रति उनकी नीति जांच के दायरे में है क्योंकि देश की विदेश नीति और सुरक्षा को नियंत्रित करने वाली सेना को उस पर आपत्ति है। भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सामान्य बनाने को लेकर अमेरिका के गहरे हित है और वह बेहतर रिश्तों के लिये दोनों पक्षों पर दबाव डालता रहा है। यह माना जाता है कि हाल में रूस में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की हुई बैठक में अमेरिका ने भूमिका निभाई है, जहां पर वे अपने शीर्ष अधिकारियों की बैठक कराने को लेकर सहमत हुए हैं।

तनाव के बावजूद, शरीफ अपनी अमन की पहलों पर कायम हैं और उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को आमों का पारपंरिक तोहफा भेजा है। इस वजह से मीडिया, सेना समर्थित विशेषज्ञों और राजनीतिक दलों की ओर से उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई है।

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