अमेरिका में 50 लाख अवैध प्रवासियों को ओबामा ने दिया वैध दर्जा
Advertisement

अमेरिका में 50 लाख अवैध प्रवासियों को ओबामा ने दिया वैध दर्जा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में रह रहे 50 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासियों को वैध दर्जा उपलब्ध करवाने के क्रम में अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कई प्रशासनिक सुधारों की घोषणा की। इन प्रवासियों में भारत से आए लोग भी शामिल हैं।

अमेरिका में 50 लाख अवैध प्रवासियों को ओबामा ने दिया वैध दर्जा

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में रह रहे 50 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासियों को वैध दर्जा उपलब्ध करवाने के क्रम में अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कई प्रशासनिक सुधारों की घोषणा की। इन प्रवासियों में भारत से आए लोग भी शामिल हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अपनी कार्यकारी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए किए गए इन फैसलों को आव्रजन पर उनके द्वारा उठाए गए बड़े कदमों में से एक बताया जा रहा है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि उनके इस कदम से तकनीकी क्षेत्र में मौजूद भारतीयों की एक बड़ी आबादी को मदद मिलेगी। यह मदद उन लोगों के लिए खासतौर पर महत्वपूर्ण होगी, जिनके पास एच-1बी वीजा हैं।

कार्यकारी शक्ति का इस्तेमाल करके उठाए गए इन कदमों से बिना वैध दस्तावेजों वाले अनुमानित 1.1 करोड़ कर्मचारियों में से 50 लाख कर्मचारियों को लाभ मिलने की संभावना है। टेलीविजन के जरिए राष्ट्र के नाम दिए संबोधन में ओबामा ने कहा कि समग्र आव्रजन सुधारों की दिशा में कांग्रेस के मार्ग में रिपब्लिकन सदस्यों द्वारा बाधा पैदा किए जाने के बाद ओबामा ये कदम उठा रहे हैं। उन्होंने तीन बड़े कदमों की घोषणा की।

ओबामा ने कहा, ‘सबसे पहले, हम हमारे कानून प्रवर्तन कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त संसाधनों के साथ सीमा पर प्रगति की दिशा में काम करेंगे ताकि वे अवैध ढंग से सीमा में होने वाले प्रवेश को रोक सकें और सीमा में घुस आने वाले लोगों की वापसी तेज कर सकें।’ उन्होंने कहा, ‘दूसरे, मैं उच्च कौशलवान प्रवासियों, स्नातकों और उद्यमियों के लिए यहां रहना और हमारी अर्थव्यवस्था में योगदान देना आसान एवं तीव्र बनाऊंगा। उद्योग जगत के बहुत से नेतृत्वकर्ताओं द्वारा ऐसा प्रस्ताव दिया गया है। तीसरे, हम बिना वैध दस्तावेज के हमारे देश में रहने वाले लाखों प्रवासियों की जिम्मेदारी के संदर्भ में भी कदम उठाएंगे।’

ओबामा ने कहा कि अमेरिका प्रवासियों का देश है, इसके साथ ही यह नियमों का भी देश है। बिना वैध दस्तावेज के रहने वाले कर्मचारी देश के आव्रजन नियमों को तोड़ते हैं और उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। खासकर उन लोगों को, जो खतरनाक साबित हो सकते हैं। ओबामा ने कहा, ‘इसी वजह से, पिछले छह वर्षों में अपराधियों का निर्वासन बढ़कर 80 प्रतिशत हुआ है। इसीलिए हम हमारे प्रवर्तन संसाधनों का ध्यान हमारी सुरक्षा के समक्ष मौजूद असल खतरों पर केंद्रित रखेंगे। परिवार नहीं हत्यारे, बच्चे नहीं अपराधी। अपने बच्चों के लिए मेहनत करने वाली मां नहीं बल्कि गिरोह के सदस्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जिस तरह कानून प्रवर्तन प्रतिदिन प्राथमिकता तय करता है, उसी तरह हम प्राथमिकता तय करेंगे।’

उन्होंने कहा, ‘हम अपराधियों के निर्वासन पर ध्यान केंद्रित करते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी हर राज्य में, हर नस्ल और राष्ट्रीयता के लाखों प्रवासी यहां अवैध रूप से रह रहे हैं। और ईमानदारी से कहा जाए तो लाखों लोगों का पता लगाना और उन्हें निर्वासित करना व्यवहारिक भी नहीं है।’ ओबामा ने कहा, ‘‘अगर कोई और आपको इससे उलट बात कह रहा है तो वह आपसे सही बात नहीं कह रहा। यह इस बारे में भी नहीं है कि हम सब में से कौन अमेरिकी है। आखिरकर, इनमें से अधिकतर प्रवासी यहां लंबे समय से रह रहे हैं।’

ओबामा ने कहा कि प्रवासी मेहनत करते हैं। अपने परिवार को पालने के लिए वे बेहद मुश्किल और कम कमाई वाले काम भी करते हैं। उन्होंने कहा, ‘वे हमारे गिरिजाघरों में प्रार्थना करते हैं। उनके कई बच्चे अमेरिका में पैदा हुए हैं या उन्होंने अपना अधिकांश जीवन यहां बिताया है। उनकी उम्मीदें, सपने और देशभक्ति हमारे जैसी ही है। जैसा कि मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति बुश ने कहा था कि ‘वे सब अमेरिकी जीवन का हिस्सा हैं।’

ओबामा ने कहा कि यह समझौता ऐसे किसी पर लागू नहीं होता, जो हाल ही में इस देश में आया है। उन्होंने कहा, ‘यह उन पर भी लागू नहीं होगा, जो भविष्य में अमेरिका में अवैध ढंग से आने की योजना बना रहे हैं। यह नागरिकता या स्थायी रूप से यहां रहने के अधिकार का वचन नहीं देता। न ही यह नागरिकों को मिलने वाले लाभ देने का ही वचन देता है। ऐसा सिर्फ कांग्रेस कर सकती है। हम बस यह कह रहे हैं कि हम आपको निर्वासित नहीं करेंगे।’

Trending news