चीन ने कहा, रॉबर्ट मुगाबे अब भी हमारे अच्छे दोस्त हैं
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चीन ने कहा, रॉबर्ट मुगाबे अब भी हमारे अच्छे दोस्त हैं

मुगाबे (50) ने लोगों और सेना के दबाव में मंगलवार (21 नवंबर) को इस्तीफा दे दिया था जिससे 37 वर्ष लंबा उनका तानाशाही शासन समाप्त हो गया.

जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने वाले रॉबर्ट मुगाबे. (फाइल फोटो)

बीजिंग: चीन ने बुधवार (22 नवंबर) को कहा कि जिम्बाब्वे के निवर्तमान राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे अब भी उनके ‘‘अच्छे दोस्त’’ हैं और इस्तीफा देने की उनकी इच्छा का स्वागत है. साथ ही चीन ने उनके शासन काल के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में योगदान के लिए अफ्रीकी नेता की प्रशंसा की. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘चीन - जिम्बाब्वे और चीन-अफ्रीका के बीच मित्रता के लिए मुगाबे लंबे समय तक प्रतिबद्ध रहे और इस सिलसिले में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान किया.’’

  1. रॉबर्ट मुगाबे 1980 से जिम्बाब्वे की सत्ता पर आसीन थे. 
  2. इस्तीफे की खबर आते ही राजधानी हरारे की सड़कों पर जश्न शुरू हो गया.
  3. मुगाबे पर महाभियोग के प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाया गया था.

लु ने कहा, ‘‘इसलिए हम इस्तीफा देने की उनकी इच्छा का सम्मान करते हैं और वह अब भी हमारे अच्छे मित्र हैं.’’ उन्होंने कहा कि मुगाबे ने देश की स्वतंत्रता में ऐतिहासिक योगदान किया. मुगाबे (50) ने लोगों और सेना के दबाव में मंगलवार (21 नवंबर) को इस्तीफा दे दिया था जिससे 37 वर्ष लंबा उनका तानाशाही शासन समाप्त हो गया.

जिम्बाब्वे की संसद के स्पीकर जैकब मुदेंडा ने मंगलवार (21 नवंबर) को कहा कि रॉबर्ट मुगाबे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही मुगाबे की 37 साल चली आ रही सत्ता पटाक्षेप हो गया था. कुछ दिनों पहले सेना जिम्मेबाब्वे की सत्ता पर काबिज हो गई थी और इसके बाद मुगाबे के हाथ शक्तियां छीन ली गई थीं.

स्पीकर मुंदेडा ने मुगाबे का त्यागपत्र पढ़ा जिसमें लिखा हुआ था, ‘मैं रॉबर्ट गैब्रिएल मुगाबे जिम्बाब्वे के संविधान की धारा 96 के तहत औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा देता हूं जो तत्काल प्रभावी है.’ इस्तीफे की यह बड़ी खबर संसद के विशेष संयुक्त सत्र के समक्ष दी गई.

मुगाबे पर महाभियोग के प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाया गया था. मुगाबे 1980 से जिम्बाब्वे की सत्ता पर आसीन थे. इस्तीफे की खबर आते ही राजधानी हरारे की सड़कों पर जश्न शुरू हो गया. लोगों ने कारों के हॉर्न बजाकर और चिल्लाकर खुशी का इजहार किया.

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