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नई दिल्लीः भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद पर पहली बार चीन के रक्षा मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. चीन ने धमकी भरे अंदाज में भारत को चेताया है. चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत चीन के बीच चल रहे गतिरोध पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि भारत को किसी भी तरह का मुगालता नहीं पालना चाहिए. उन्होंने कहा कि "पहाड़ को हिलाया जा सकता है, लेकिन चीनी सेना को नहीं हिलाया जा सकता." जानिए, चीनी रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में और क्या कहा.
Strongly call on India to immediately withdraw frontier defence personnel from across border: Wu Qian, Chinese Defence Ministry Spox #Doklam pic.twitter.com/LuW6pUNvVD
— ANI (@ANI_news) July 24, 2017
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वी कियान ने भारत चीन (India China Faceoff) के बीच डोकलाम में चल रहे विवाद को लेकर मीडिया को दिए आधिकारिक बयान में कहा कि भारत किसी भ्रम में ना रहे और अपनी सेना को जल्द पीछे हटा ले. कियान ने यह भी कहा कि यही इस समस्या के समाधान के लिए चीन की पहली शर्त है.
डोकलाम विवाद पर भारत का कड़ा रुख़, चीन से अपने सैनिकों को हटाने को कहा
It's our pre-condition & basis for solving situation.Peace of entire region depends on peace of border region: China's Defence Ministry Spox pic.twitter.com/VizLQiM1AJ
— ANI (@ANI_news) July 24, 2017
कियान ने चीनी सेना की प्रशंसा के पुल बांधते हुए कहा कि पीएलए यानि चीनी लिब्रेशन आर्मी ने पिछले 90 सालों में अपनी शक्ति में काफी इजाफा किया है और वह चीन की हिफाजत के लिए संकल्पित है.
कियान के बयान की मुख्य बातें
- भारत अपनी सेना तुरंत पीछे हटा ले
- भारत इन समस्याओं को किस्मत पर ना छोड़े
- पहाड़ को हिलाया जा सकता है पीएलए (चीनी सेना) को नहीं
-पीएलए का इतिहास दिखाता है कि उसकी शक्ति बढ़ी हैं
- पूरे प्रांत की शांति और स्थिरता सीमा पर निर्भर करती है
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आपको बता दें कि भारत ने गुरुवार (20 जुलाई) को चीन से कहा था कि यदि चीन चाहता है कि भारत इलाके से अपने सैनिकों को हटा ले, तो वह भी अपने सैनिकों को भूटान-चीन सीमा पर डोकलाम से हटाए. करीब महीनेभर से चल रहे गतिरोध पर पहली भारतीय विस्तृत टिप्पणी में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन पर एकतरफा भूटान से लगी सीमा पर यथास्थिति बदलने का प्रयास करने का आरोप लगाया था. उन्होंने राज्यसभा में कहा था कि इसी वजह से भारतीय व चीनी सीमा में गतिरोध बढ़ा है.
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इसके साथ ही सुषमा ने कहा था कि चीन कह रहा है कि भारत को बातचीत शुरू करने के लिए डोकलाम से अपने सैनिकों को वापस बुलाना चाहिए, जबकि 'हम कह रहे हैं कि यदि संवाद होना है तो दोनों को अपने सैनिकों को हटाना चाहिए.' उन्होंने कहा, "चीन की कार्रवाई हमारी सुरक्षा को चुनौती है." सुषमा स्वराज ने कहा था कि भारत कुछ भी अनुचित नहीं कर रहा है.