डाटा चोरी घोटाले के बीच फेसबुक की कार्रवाई, कनाडाई कंसल्टिंग कंपनी को अपनी सर्विस सस्पेंड की
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डाटा चोरी घोटाले के बीच फेसबुक की कार्रवाई, कनाडाई कंसल्टिंग कंपनी को अपनी सर्विस सस्पेंड की

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव प्रचार अभियान के लिये कैम्ब्रिज एनालिटिका की सहायता ली गयी थी. कंपनी ने बताया कि उसे तीन करोड़ फेसबुक यूजर्स से डाटा प्राप्त हुआ.

कैम्ब्रिज एनालिटिका ने चुनावों में प्रभाव डालने के लिये करीब 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा लिया था. (फाइल फोटो)

मेनलो पार्क: ब्रिटेन की डाटा एकत्रित करने वाली कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका से संबंधों की मीडिया रिपोर्टों के बीच सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने बताया कि उसने कनाडा की एक राजनीतिक कंसल्टिंग कंपनी ‘एग्रीगेटआईक्यू ’ को अपनी सेवाएं निलंबित कर दी हैं. आरोप है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने चुनावों में प्रभाव डालने के लिये करीब 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा लिया था. कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क स्थित फेसबुक ने शनिवार (7 अप्रैल) को एक बयान जारी कर कहा है कि ‘एग्रीगेटआईक्यू’ ने संभवत: फेसबुक यूजर्स से गलत तरीके से डाटा लिया. इसलिए ‘एग्रीगेटआईक्यू’ तक फेसबुक की तमाम पहुंच खत्म हो जायेगी.

  1. 5 करोड़ यूजर्स का डेटा लीक होने के बाद निशाने पर फेसबुक.
  2. कैंब्रिज एनालिटिका ने लीक किया फेसबुक यूजर्स का डाटा.
  3. डाटा लीक केस में फेसबुक जांच का सामना कर रहा है.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव प्रचार अभियान के लिये कैम्ब्रिज एनालिटिका की सहायता ली गयी थी. कंपनी ने बताया कि उसे तीन करोड़ फेसबुक यूजर्स से डाटा प्राप्त हुआ, लेकिन अमेरिका में वर्ष 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान में उसने इन डाटा का इस्तेमाल कभी नहीं किया. कई व्हिसलब्लोअर का कहना है कि ‘एग्रीगेटआईक्यू ’ ने ग्रेट ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर करने के लिये प्रचार अभियान पर काम किया था. ‘एग्रीगेटआईक्यू’ ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि वह कैम्ब्रिज एनालिटिका या उसकी मूल कंपनी एससीएल का हिस्सा नहीं है. कंपनी का कहना है कि उसकी कैम्ब्रिज एनालिटिका के जरिये फेसबुका डाटा तक पहुंच नहीं थी.

5.6 लाख से ज्यादा भारतीय उपभोक्ताओं के डाटा में सेंध : फेसबुक
एक निजी मार्केटिंग कंपनी द्वारा 5.6 लाख से ज्यादा भारतीय फेसबुक उपभोक्ताओं के निजी डाटा से समझौता किया गया. इस निजी मार्केटिंग कंपनी ने बाद में निजी जानकारियों को कैंब्रिज एनालिटिका को बेच दी. कैंब्रिज एनालिटिका ब्रिटेन स्थित एक कंपनी है जो वैश्विक गोपनीयता उल्लंघन में फंसी है. सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने गुरुवार (5 अप्रैल) को भारत सरकार को समझौता किए गए एकाउंट के बारे में सूचित किया. सोशल मीडिया कंपनी यह सूचना उपभोक्ता डाटा में सेंधमारी को लेकर दी गई नोटिस व फेसबुक से सुरक्षा सुनिश्चित करने व निजी डाटा का दुरूपयोग रोकने को लेकर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी को लेकर दी है.

कैंब्रिज एनालिटिका को दी गई फेसबुक के 8.7 करोड़ यूजर्स की निजी जानकारी

फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारत में 335 फेसबुक उपभोक्ताओं द्वारा एक क्विज एप 'दिसइजयोरडिजिटललाइफ' नवंबर 2013 से दिसंबर 2015 के बीच इंस्टाल करने के बाद 562,455 उपभोक्ताओं के डाटा में सेंधमारी हुई. निजी मार्केटिंग कंपनी ने लोगों की जानकारियां एक क्विज एप से जुटाईं थीं.

इस एप को कैंब्रिज विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान के शोधकर्ता एलेक्सेंडर कोगन व उनकी कंपनी ग्लोबल साइंस रिसर्च ने विकसित किया था. इस एप ने न सिर्फ 335 उपभोक्ताओं बल्कि उनके दोस्तों के साथ दोस्तों के दोस्तों का डाटा भी निकाल लिया था. भारत में 335 लोगों ने इस एप को इंस्टाल किया था, जो कि दुनिया भर में इंस्टाल किए गए का 0.1 फीसदी था. लेकिन यह सूचना एप को इंस्टाल करने वाले लोगों तक सीमित थी, जिहोंने इसे 2013 से दिसंबर 2015 इंस्टाल किया था.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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