रूसी राजनयिक का दावा- ब्रिटेन ने जासूस को जहर दिया होगा
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रूसी राजनयिक का दावा- ब्रिटेन ने जासूस को जहर दिया होगा

ब्रिटिश अधिकारियों को संदेह है कि स्क्रिपाल को रूस में तैयार नर्व एजेंट के जरिये जहर दिया गया.  

मॉस्को ने इस बारे में अपनी भूमिका से इंकार किया है.(फाइल फोटो)

मॉस्को: एक शीर्ष रूसी राजनयिक ने कहा है कि पूर्व रूसी जासूस को नर्व एजेंट के जरिये जहर दिया जाना ब्रिटेन का काम हो सकता है, ताकि वह अपने सैन्य खर्च को सही ठहरा सके. ब्रिटेन के सैलिसबरी शहर में सर्गेई स्क्रिपाल और उनकी बेटी को चार मार्च को जहर देने की घटना ने समूचे यूरोप को आक्रोशित कर दिया था. ब्रिटिश अधिकारियों को संदेह है कि स्क्रिपाल को रूस में तैयार नर्व एजेंट के जरिये जहर दिया गया.  मॉस्को ने इस बारे में अपनी भूमिका से इंकार किया है. ब्रिटेन के साथ यूरोपीय संघ के देशों, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने अपने- अपने देशों से कुल मिलाकर150 से अधिक रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया था. 

रूसी संवाद समितियों के अनुसार रूस के उप विदेश मंत्री अलेक्सांद्र ग्रुशको ने स्क्रिपाल को जहर दिये जाने को ऐसा उकसावा बताया जिसकी व्यवस्था ब्रिटेन ने की थी, ताकि वह अपने उच्च सैन्य खर्चे को सही ठहरा सके, क्योंकि उन्हें एक बड़े शत्रु की आवश्यकता है. 

यह भी पढ़ें- रूस के विदेश मंत्री ने कहा- जासूस को जहर देना ब्रिटेन सरकार के लिए फायदेमंद

आपको बता दें कि 7 मार्च की खबर के मुताबिक एक पूर्व रूसी जासूस को किसी अज्ञात संदिग्‍ध चीज के संपर्क में आने की वजह से गंभीर हालत में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. विल्टशायर पुलिस ने कहा कि 60 से ज्यादा की उम्र का एक पुरुष और 30 साल से ज्यादा उम्र की एक महिला 5 मार्च (रविवार) दोपहर सेलिसबरी शहर के माल्टिंग्स शॉपिंग सेंटर में एक बेंच पर बेसुध पड़े मिले. दोनों के शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं थे. सुरक्षा अधिकारी क्रेग होल्डन ने कहा कि हो सकता है कि दोनों एक दूसरे को जानते हों. दोनों की ही हालत गंभीर बनी हुई थी.

डीप कवर स्‍लीपर एजेंट
यह मामला इसलिए बड़ा है क्‍योंकि पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल(66) उन चार रूसी लोगों में से एक है जिसे 2010 में मॉस्को ने अमेरिका में 10 डीप कवर 'स्लीपर' एजेंट के तौर पर बदला था. उसके बाद इसे ब्रिटेन में शरणार्थी का दर्जा दे दिया गया था. स्क्रिपल रूसी सैन्य खुफिया अधिकारी के पद से सेवानिवृत हुए थे. उन्हें ब्रिटेन के लिए जासूसी करने के आरोप में रूस ने 2006 में 13 साल के जेल की सजा सुनाई थी.

इनपुट भाषा से भी  

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