हिलेरी क्लिंटन ने ईरान मुद्दे को लेकर डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना
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हिलेरी क्लिंटन ने ईरान मुद्दे को लेकर डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना

ट्रंप ने ईरान पर वर्ष 2015 के ऐतिहासिक समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए परमाणु समझौते को प्रमाणित करने से किया था इनकार.

हिलेरी क्लिंटन ने साधा डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना (फाइल फोटो-Zee)

वाशिंगटन: अमेरिका में हिलेरी क्लिंटन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ईरान परमाणु समझौते से अलग होने की धमकी को ‘‘खतरनाक’’ बताते हुए सुझाव दिया कि उनके पूर्व चुनावी प्रतिद्वंद्वी अन्य देशों से किए गए अमेरिका के वादों की वैधता कम कर रहे हैं. ट्रंप ने ईरान पर वर्ष 2015 के ऐतिहासिक समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. 

  1. हिलेरी क्लिंटन ने साधा डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना
  2. क्लिंटन ने कहा ईरान समझौते का पालन कर रहा
  3. ''अमेरिका के वादों की वैधता कम कर रहे ट्रंप''

क्लिंटन ने एक निजी चैनल पर प्रसारित हुए साक्षात्कार में कहा कि सबूत इस बात के संकेत दे रहे हैं कि ईरान समझौते का पालन कर रहा है इसके बावजूद समझौते को खत्म करने की ट्रंप की धमकी देने से ‘‘हम मूर्ख और छोटे लगते हैं और ईरान के लोगों के हाथों में खेल रहे हैं.’’ क्लिंटन ने कहा, ‘‘यह न केवल इस स्थिति में खराब है बल्कि इससे दुनियाभर में एक संदेश गया है कि अमेरिका अपने वादे का पक्का नहीं है.’’

गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 13 अक्टूबर को कहा था कि उन्होंने 2015 में हुए ऐतिहासिक समझौते को प्रमाणित नहीं करने का फैसला किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "ईरान मौत, विनाश और अराजकता फैला रहा है." ट्रंप ने कहा कि ईरान परमाणु करार का सही प्रकार से पालन नहीं कर रहा, लेकिन फिर भी वह इसके तहत लाभ उठा रहा है. उन्होंने कहा कि परमाणु करार को लेकर उनकी नई रणनीति से यह समस्या दूर होगी. उन्होंने साथ ही कहा कि अमेरिका किसी भी समय इस समझौते से अलग होने का अधिकार रखता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह कांग्रेस से ऐसा रास्ता निकालने के लिए कहेंगे, जिससे अमेरिका को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों सहित कई मुद्दों पर प्रतिबंध लगाने की मंजूरी मिल सके.

वहीं ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 2015 के अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते की प्रतिबद्धताओं और ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर की गई आक्रामक टिप्पणियों को खारिज कर दिया. ईरान के खिलाफ ट्रंप की आक्रामक टिप्पणियों के बाद रूहानी ने सरकारी टेलीविजन चैनल पर लाइव प्रसारण में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते को 'एकतरफा' निरस्त नहीं कर सकते. उन्होंने कहा, "ट्रंप को पता नहीं है कि यह अमेरिका और ईरान के बीच का द्विपक्षीय समझौता नहीं है और वह इसे अपने अनुसार नहीं चला सकते."

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