नवाज शरीफ बोले: पद से हटाने की 'साजिशें' तीन साल पहले शुरू हुई थीं, फिर बनूंगा प्रधानमंत्री
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नवाज शरीफ बोले: पद से हटाने की 'साजिशें' तीन साल पहले शुरू हुई थीं, फिर बनूंगा प्रधानमंत्री

गुजरांवाला शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए 67 वर्षीय शरीफ ने अपने समर्थकों से उनके साथ सड़कों पर उतरने का संकल्प लेने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो कि पाकिस्तान के निर्वाचित प्रधानमंत्री का और निरादर नहीं किया जाए. 

शरीफ ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराए जाने को ‘मजाक’ बताया. (फाइल फोटो)

लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उच्चतम न्यायालय द्वारा उन्हें अयोग्य ठहराने को आज निरादर बताया और कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की ‘‘साजिशें’’ तीन साल पहले ही शुरू हो गई थीं. शरीफ ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराए जाने को ‘मजाक’ बताया और भरोसा जताया कि वह चौथी बार प्रधानमंत्री निर्वाचित होंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें अयोग्य ठहराने वाले न्यायाधीश उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी उदाहरण देने में नाकाम रहे. उन्होंने कहा, ‘क्या इसे अयोग्यता कहनी चाहिए? मैं कल फिर जनता द्वारा प्रधानमंत्री बनाया जाऊंगा.’

गुजरांवाला शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए 67 वर्षीय शरीफ ने अपने समर्थकों से उनके साथ सड़कों पर उतरने का संकल्प लेने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो कि पाकिस्तान के निर्वाचित प्रधानमंत्री का और निरादर नहीं किया जाए. शरीफ ने कहा, ‘मुझे हटाने की साजिशें करीब साढ़े तीन साल पहले शुरू हो गई थीं और अंतत: उन्होंने (सैन्य प्रतिष्ठान और न्यायपालिका) अपमानजनक तरीके से मुझे निष्कासित कर दिया. मैं गद्दार नहीं हूं. मैं देशभक्त पाकिस्तानी हूं.’

नवाज की पत्नी ने लाहौर सीट से नामांकन दाखिल किया

पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज ने शुक्रवार (11 अगस्त) को एनए-120 सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. यह सीट सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 28 जुलाई को उनके पति को अयोग्य ठहराए जाने के बाद रिक्त हुई थी. पीएमएल-एन ने सितंबर में इस सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए कुलसुम नवाज को इस सीट से उतारने का निर्णय लिया. उसके बाद कुलसुम ने गुरुवार देर शाम नामांकन पत्रों पर हस्ताक्षर किए. वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा नवाज का तख्तापलट करने के बाद कुलसुम ने सफलतापूर्वक पार्टी का नेतृत्व किया था, यद्यपि उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा है.

कुछ दिन पूर्व नवाज ने कहा था कि उनके छोटे भाई पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री के रूप में उनका स्थान लेंगे और वह नेशनल एसेंबली का सदस्य बनने के लिए एनए-120 सीट से चुनाव लड़ेंगे. लेकिन पार्टी के कुछ वरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि शहबाज के न रहने से पंजाब में पार्टी का आधार कमजोर हो सकता है, जिसके बाद शहबाज का नाम इस सीट के उम्मीदवार के रूप में वापस ले लिया गया और कुलसुम नवाज के नाम को अंतिम रूप दे दिया गया.

इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की यास्मीन राशिद ने भी एनए-120 सीट के उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. गुरुवार (10 अगस्त) को दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपने नामांकन पत्र दाखिल किए. मीडिया रपटों के अनुसार, 17 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए 35 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुसार, नामांकन पत्रों की जांच 15 से 17 अगस्त के बीच होगी, जबकि उम्मीदवारों की अंतिम सूची 26 अगस्त को जारी होगी.

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