रिपब्लिकन पार्टी के महत्वपूर्ण पद पर भारतीय-अमेरिकी की नियुक्ति
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रिपब्लिकन पार्टी के महत्वपूर्ण पद पर भारतीय-अमेरिकी की नियुक्ति

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनावों में लगातार दो बार हार चुकी रिपब्लिकन पार्टी ने पार्टी के अनुसंधान एवं संचार विभाग में एक महत्वपूर्ण पद पर भारतीय-अमेरिकी राज शाह की नियुक्ति की है जो हिलेरी क्लिंटन के कटु आलोचक रहे हैं।

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनावों में लगातार दो बार हार चुकी रिपब्लिकन पार्टी ने पार्टी के अनुसंधान एवं संचार विभाग में एक महत्वपूर्ण पद पर भारतीय-अमेरिकी राज शाह की नियुक्ति की है जो हिलेरी क्लिंटन के कटु आलोचक रहे हैं।

अमेरिका राइजिंग एलएलसी के सह संस्थापक भागीदार एवं प्रबंध निदेशक रहे राज शाह को रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (आरएनसी) के नए अनुसंधान निदेशक एवं संचार उपनिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने अमेरिका राइजिंग एलएलसी में संगठन की ओर से हिलेरी क्लिंटन का विरोध करने वाली एक अनुसंधान पुस्तक तैयार की थी।

आरएनसी अध्यक्ष रीन्स प्रीबस ने कहा, राज ऐसे समय अनुसंधान विभाग का संचालन करेंगे जब हम 2016 में हिलेरी क्लिंटन और डेमोक्रेट्स को हराने तथा उनके कामों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराने की तैयारी कर रहे हैं। राज क्लिंटन से संबंधित सभी चीजों पर विशेषज्ञ हैं और उनकी विशेषज्ञता हमारी पार्टी के लिए एक संपत्ति होगी। कॉर्नेल से स्नातक राज ने सीनेट और राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियानों में काम किया और वह पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल के दौरान रेजिडेंशल पर्सनेल कार्यालय में सेवा दे चुके हैं ।

शाह ने कहा, अमेरिकी तीसरी बार ओबामा प्रशासन को नहीं सह सकते, लेकिन असल में 2016 में यदि कोई दूसरा डेमोकेट्र भी जीतता है तब भी देश की स्थिति ऐसी ही बनी हरेगी। अर्नस्ट ने कहा, वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपनी पेशेवर दक्षता एवं नेतृत्व और अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया। जैसा कि आप जानते हैं कि वह एक चिकित्सीय डॉक्टर हैं। और उन्होंने उन कौशलों एवं प्रशिक्षण का प्रभावपूर्ण इस्तेमाल किया। शाह ने अफ्रीकी देशों में मानवतावादी कार्य करने के लिए भारत के साथ संयुक्त सहयोग के लिए साझेदारी विकसित की थी।

शाह ने कहा, आरएनसी का शोध सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकी लोग तथ्यों, डेमोक्रेट नेतृत्व की विफलता और क्लिंटन के झूठ के लंबे इतिहास से अवगत हों ।’’ विगत में भारतीय-अमेरिकी लोग जबर्दस्त रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते रहे हैं । अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ऐसे राष्ट्रपति हैं जिनके कार्यकाल में सर्वाधिक संख्या में भारतीय-अमेरिकियों की नियुक्ति की गई है। आरएनसी में किसी महत्वपूर्ण पद पर शाह की नियुक्ति को भारतीय-अमेरिकियों को रिपब्लिकनों द्वारा अपने पाले में करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है जो अमेरिका में एक बड़े राजनीतिक चंदा प्रदाता तथा अत्यधिक प्रभावी जातीय समुदाय के रूप में उभरा है ।

 

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