श्रीलंका में राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रपति ने भंग की संसद, 5 जनवरी को होंगे चुनाव
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श्रीलंका में राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रपति ने भंग की संसद, 5 जनवरी को होंगे चुनाव

सरकारी टेलीविजन की खबर में बताया गया है कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने एक आधिकारिक अधिसूचना पर हस्ताक्षर करते हुए मौजूदा 225 सदस्यों वाली संसद को भंग कर दिया है. 

श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने देश की संसद को शुक्रवार मध्यरात्रि से भंग करने संबंधी गजट अधिसूचना पर हस्ताक्षर किए.  (फाइल फोटो साभार - रॉयटर्स)

कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने देश में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त करने के बाद उपजे राजनीतिक और संवैधानिक संकट के बीच शुक्रवार को देश की संसद को भंग करते हुए देश में समय से पहले आम चुनाव कराए जाने का रास्ता साफ कर दिया. आम चुनाव 5 जनवरी को होंगे. 

सिरिसेना ने देश की संसद को शुक्रवार मध्यरात्रि से भंग करने संबंधी गजट अधिसूचना पर हस्ताक्षर किए. दो सप्ताह से चल रहे राजनीतिक और संवैधानिक संकट के बीच यह एक और अचंभित करनेवाला कदम है.

संसद को भंग करने का कदम राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी द्वारा यह बताने के कुछ घंटे बाद उठाया गया है कि श्रीलंका में मौजूदा राजनीतिक एवं संवैधानिक संकट को समाप्त करने के लिए समय से पहले चुनाव या राष्ट्रीय जनमत संग्रह नहीं कराने का सिरिसेना ने फैसला किया है.

यूनाइटेड नेशनल पार्टी ने किया फैसले का विरोध
विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली यूनाइटेड नेशनल पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘हम जोरदार तरीके से संसद को भंग करने के फैसले का विरोध करते हैं. उन्होंने लोगों से उनके अधिकार छीन लिए हैं.' 

सरकारी टेलीविजन की खबर में बताया गया है कि सिरिसेना ने एक आधिकारिक अधिसूचना पर हस्ताक्षर करते हुए मौजूदा 225 सदस्यों वाली संसद को भंग कर दिया है. इसका कार्यकाल अगस्त 2020 में पूरा होना था. 

गौरतलब है कि सिरिसेना ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर उनकी जगह उनके पूर्व प्रतिद्वंद्वी महिंदा राजपक्षे को देश का प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया था. इससे देश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया.

(इनपुट - भाषा)

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