सीरिया: सेना को 7 साल में बड़ी कामयाबी, दमिश्क में IS को खदेड़कर कब्जे में लिया
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सीरिया: सेना को 7 साल में बड़ी कामयाबी, दमिश्क में IS को खदेड़कर कब्जे में लिया

सीरिया की सेना ने कहा कि इसने इस्लामिक स्टेट संगठन को खदेड़ कर राजधानी दमिश्क और इसके बाहरी इलाके को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है. 

 सीरिया की सेना की इस कामयाबी को देश के पिछले सात साल से चले आ रहे युद्ध में एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.(फाइल फोटो)

दमिश्क: सीरिया की सेना ने कहा कि इसने इस्लामिक स्टेट संगठन को खदेड़ कर राजधानी दमिश्क और इसके बाहरी इलाके को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है. सीरिया की सेना की इस कामयाबी को देश के सात साल के युद्ध में एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. एक सैन्य प्रवक्ता ने बताया, ‘‘सीरिया की सेना ने दमिश्क, इसके बाहरी इलाकों और आसपास के शहरों के पूरी तरह से सुरक्षित होने की आज घोषणा की.’’ उन्होंने बताया कि फलस्तीनी शरणार्थी शिविर यारमुक को आईएस के कब्जे से मुक्त कराने सहित दमिश्क के दक्षिणी हिस्से पर सैनिकों के नियंत्रण करने के बाद यह घटनाक्रम हुआ. 

आईएस को खदेड़ कर राजधानी दमिश्क पर पूरी तरह से नियंत्रण कायम : सीरियाई सेना
सीरिया की सेना ने कहा कि इसने इस्लामिक स्टेट संगठन को खदेड़ कर राजधानी दमिश्क और इसके बाहरी इलाकों पर पूरी तरह से नियंत्रण कायम कर लिया है. सीरिया की सेना की इस कामयाबी को देश के पिछले सात साल से चले आ रहे युद्ध में एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. आधिकारिक मीडिया में जारी सेना के एक बयान में कहा कि फलस्तीनी शरणार्थी शिविर यारमुक और इससे लगे जिले हाजर अल असवाद को आईएस के कब्जे से मुक्त कराने सहित दमिश्क के दक्षिणी हिस्से पर सैनिकों के नियंत्रण करने के बाद यह घटनाक्रम हुआ. इसमें कहा गया है कि युद्ध के मैदान में उनका आगे बढ़ना जारी रहेगा. गौरतलब है कि राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ 2011 में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से सीरिया में अशांति है. 

आईएस के पहले समूह ने दक्षिणी दमिश्क छोड़ा
सीरिया की राजधानी में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के पहले समूह ने समझौते के तहत अपने अंतिम गढ़ को छोड़ दिया. यह घटनाक्रम कई हफ्ते तक चली भीषण लड़ाई के बाद हुआ. ब्रिटेन आधारित ‘सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के प्रमुख रमी अब्दुल रहमान ने कहा, ‘‘आईएस के लड़ाकों और उनके रिश्तेदारों ने यारमुक फलस्तीनी शरणार्थी शिविर और पास के तादामुन जिले को छोड़ दिया, जो छह बसों में सवार थे. रहमान ने बताया कि सीरिया के विशाल रेगिस्तान के लिए बसें पूर्व की तरफ रवाना हो गईं जहां कुछ हिस्से पर आईएस का अब भी कब्जा है.

उन्होंने इसका कोई ब्योरा नहीं दिया कि वाहनों में कितने लोग सवार थे , लेकिन उन्होंने कहा कि उनमें से अधिकतर जिहादियों के रिश्तेदार थे और वे सशस्त्र नहीं थे. यह घटनाक्रम दक्षिणी दमिश्क से आईएस को खदेड़ने के लिए महीने भर से जारी लड़ाई को खत्म करने के वास्ते हुए समझौते के एक दिन बाद हुआ. सरकार समर्थक बल, खासकर फलस्तीनी मिलिशिया आईएस के कब्जे से यारमुक, तादामुन और कदम तथा हाजर अल असवाद को छुड़ाने के लिए 19 अप्रैल से लड़ रहे थे. आब्जर्वेटरी के अनुसार , इस लड़ाई में 250 से अधिक शासन समर्थक सशस्त्रकर्मी और आईएस के 233 लड़ाके मारे गये. 

इनपुट भाषा से भी 

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