तालिबान का राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल उज्बेकिस्तान के अधिकारियों से मिला
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तालिबान का राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल उज्बेकिस्तान के अधिकारियों से मिला

तालिबान के राजनैतिक प्रमुख के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने वहां गया.

चार दिवसीय वार्ता में उग्रवादियों का प्रतिनिधित्व रहा.(फाइल फोटो)

इस्लामाबाद: तालिबान के राजनैतिक प्रमुख के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने वहां गया. उज्बेक और तालिबान अधिकारियों ने बताया कि तालिबान के राजनीतिक प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने इस चार दिवसीय वार्ता में उग्रवादियों का प्रतिनिधित्व किया. यह वार्ता शुक्रवार को समाप्त हुई.

इसके अलावा अब्बास ने उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रालय अब्दुल्ल अजीज कामिलोव के साथ बैठक की.  तालिबान प्रमुख ने उज्बेकिस्तान के अफगानिस्तान में विशेष प्रतिनिधि इस्मातिल्ला इरगाशेव के साथ भी बातचीत की. अफगानिस्तान में शांति लाने में मदद के लिए उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने मार्च में इस बैठक की पेशकश की थी.

कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने एसोसिएटेड प्रेस को शनिवार को एक बयान में बताया कि इस बैठक के दौरान अफगानिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सेना हटाने से लेकर शांति बहाली की संभावनाओं पर चर्चा की गई. इसके अलावा उज्बेकिस्तान द्वारा वित्तपोषित विकास परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई.  

अफगानिस्तान: तालिबान को लगा बड़ा झटका, कमांडर सहित 50 आतंकवादियों ने किया आत्मसमर्पण
अफगानिस्तान के बादगीस प्रांत में रविवार को प्रमुख तालिबानी कमांडर सहित 50 आतंकवादियों ने अफगान अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. एक पुलिस प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया,"तालिबान के एक प्रमुख कमांडर मुल्लाह तूफान के साथ कुल 50 तालिबानी विद्रोहियों ने आज कदिस जिले में अपने हथियार सुपुर्द कर दिए और अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया." मुल्लाह तूफान ने पिछले कुछ सालों में कदिस में 300 लड़ाकों को कमांड किया. उसका आत्मसमर्पण प्रांत और आसपास के इलाकों में तालिबान के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा. 

अफगानिस्तान के गजनी शहर में तालिबान का हमला, 16 मरे और कम से कम 40 घायल
अफगानिस्तान के गजनी शहर में शुक्रवार तड़के तालिबान द्वारा किए गए हमले में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई. इस दौरान तालिबान लड़ाकों ने कई प्रमुख इमारतों को घेर लिया और सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की. शहर के चारों तरफ से घुसे भारी हथियारों से लैस आतंकियों से अफगान सैनिकों ने मुकाबला किया. सीएनएन के अनुसार, गजनी के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक जहीर शाह निकमल ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की और कहा कि कम से कम 40 लोग घायल हुए हैं, जिनमें ज्यादातर अफगान सुरक्षा बल के लोग शामिल हैं . प्रांतीय पुलिस प्रमुख फरीद अहमद माशाल के अनुसार, सैकड़ों की संख्या में तालिबान आतंकियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी) और प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय सहित महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठानों पर धावा बोल दिया, जिसके बाद संघर्ष शुरू हो गया.

माशाल ने कहा कि बाद में आतंकी अपने ठिकानों से जवाबी गोलीबारी करने लगे और आतंकियों के सफाए के लिए अभियान जारी है. अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन ओडोनेल के अनुसार, अमेरिकी बलों ने हेलीकॉप्टरों के जरिए और एक ड्रोन हमले के जरिए जवाबी कार्रवाई की.

तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में कहा कि भारी और हल्के हथियारों से लैस सैकड़ों की संख्या में तालिबान लड़ाकों ने तड़के लगभग एक बजे गजनी शहर में प्रवेश किया और शहर में स्थित कई रणनीतिक ठिकानों को कब्जे में ले लिया और 140 से अधिक अफगान सैनिकों को मार गिराया. लेकिन अमेरिका ने इस आंकड़े को खारिज कर दिया और कहा कि प्रारंभिक रपटों से संकेत मिला है कि काफी कम संख्या में अफगान सुरक्षा बल मारे गए हैं. अफगानिस्तान ने इस हमले को शहर पर कब्जे की एक विफल कोशिश करार दिया है. 

इनपुट भाषा से भी 

 

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