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फिलाडेल्फिया: सीआईए के पूर्व प्रमुख एवं रक्षा सचिव लियोन पनेटा ने हिलेरी क्लिंटन के गायब ईमेलों का पता लगाने के लिए रूस को बढ़ावा देने को लेकर डोनाल्ड ट्रंप को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह कदम विदेशी ताकत द्वारा साइबर जासूसी को मंजूरी देने जैसा है और इस तरह का इंसान अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं बन सकता।
डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करते हुए पनेटा ने कहा, ‘साइबर हमलों से देश की रक्षा की जिम्मेदारी उठा चुके व्यक्ति के रूप में, मेरे लिए यह स्वीकार करना बहुत मुश्किल है कि राष्ट्रपति पद का कोई उम्मीदवार इतना अधिक गैर जिम्मेदाराना हो सकता है। डोनाल्ड ट्रंप हमारे ‘कमांड-इन-चीफ’ नहीं बन सकते।’ पनेटा ने कहा कि यह समय अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खेल खेलने और इसे दाव पर लगाने का नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘हम ऐसे व्यक्ति को लाने का जोखिम नहीं उठा सकते जो अमेरिका को दुनिया से अलग करने, हमारी अंतरराष्ट्रीय संधियों को खतरे में डालने और हमारे नैतिक सिद्धांतों का उल्लंघन करने में यकीन रखता हो। हम अपने परमाणु हथियारों पर एक डांवाडोल व्यक्ति को बैठाने का जोखिम मोल नहीं ले सकते।’
पनेटा ने कहा , ‘वह रूसी लोगों से अमेरिकी राजनीति में शामिल होने के लिए कहते हैं। जरा इसके बारे में सोचिए। डोनाल्ड ट्रंप हमारे दुश्मनों में से एक दुश्मन को अमेरिका के खिलाफ हैकिंग या खुफिया कार्यों में शामिल होने के लिए कह रहे हैं ताकि हमारे चुनावों पर असर डाला जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘ट्रंप हमारे सैनिकों को युद्ध करने को कहते हैं, प्रताड़ना को प्रोत्साहन देते हैं, यूरोप से एशिया तक के सहयोगियों को ठुकराते हैं, ज्यादा देशों के पास परमाणु हथियार होने का सुझाव देते हैं और सद्दाम हुसैन से व्लादिमीर पुतिन तक तानाशाहों की तारीफ करते हैं।’ उन्होंने कहा कि हिलेरी अमेरिका पर मंडराने वाले खतरों को परास्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, फिर चाहे वह अलकायदा हो, आईएसआईएस हो, बोको हराम हो या अल-शबाब। उन्होंने कहा कि हिलेरी एकमात्र ऐसी उम्मीदवार हैं, जिन्होंने आईएसआईएस को हराने, उसे खत्म करने और अमेरिका को सुरक्षित रखने की समग्र योजना पेश की है।