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वाशिंगटन : उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम पर बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका और जापान ने एक संयुक्त तंत्र का इस्तेमाल करते हुए पहली बार बैलिस्टिक मिसाइल लक्ष्य अवरोधन का परीक्षण किया।
अमेरिका और जापान वर्ष 2006 से ही स्टैंडर्ड मिसाइल-3 के एक स्वरूप को विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पोत से प्रक्षेपित की जाने वाली एक ऐसी मिसाइल है, जो एजिस बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा तंत्र के हिस्से के रूप में काम करती है। अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार का परीक्षण हवाई के काउई के तट पर हुआ। इसमें स्टैंडर्ड मिसाइल-3 ‘ब्लॉक 2ए’ ने अंतरिक्ष में अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेद दिया।
एमडीए के अनुसार, अब तक अमेरिका इस तंत्र पर 2.2 अरब डॉलर और जापान लगभग एक अरब डॉलर खर्च कर चुका है। एमडीए के प्रवक्ता क्रिस जॉनसन ने कल कहा कि हम दोनों ही उत्तर कोरिया की क्षमताओं को लेकर बेहद चिंतित हैं और हम अपनी रक्षा क्षमताओं को सुधारने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और जापान द्वारा इस बोझ को साझा करना उचित है।