बायोग्राफी: जब दुनिया ने मानी भारत की 'अटल' शक्ति, अमेरिका की धमकी के बावजूद नहीं झुके थे
एक बार फिर पोखरण का रेगिस्तान थर्रा रहा था. ये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की धमक थी. जब अमेरिका हैरान था, परेशान था, आखिर अटल बिहारी वाजपेयी किस मिट्टी के बने हैं. उन्हें जरा भी फर्क नहीं पड़ता. दरअसल ये वाजपेयी की तासीर थी. उनके लिए हमेशा राष्ट्र पहले था और उनकी इस सोच में विपक्षी दलों का भी भरपूर साथ मिला. पूरी दुनिया भर के पत्रकार दिल्ली में घूमते रहे. आखिर कोई वाजपेयी सरकार के परमाणु परीक्षणों का विरोध करे. लेकिन विपक्ष का दिल जीत चुके वाजपेयी के खिलाफ एक भी बयान नहीं आया. साफ है अटल बिहारी वाजपेयी जानते थे. कैसे सबको साथ लेकर चला जाता है. देखना ना भूलें ज़ी हिन्दुस्तान की खास पेशकश 'बायोग्राफी' सोमवार से शुक्रवार रात 10.25 बजे...
- Zee Media Bureau
- Jan 22, 2019, 12:21 AM IST
एक बार फिर पोखरण का रेगिस्तान थर्रा रहा था. ये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की धमक थी. जब अमेरिका हैरान था, परेशान था, आखिर अटल बिहारी वाजपेयी किस मिट्टी के बने हैं. उन्हें जरा भी फर्क नहीं पड़ता. दरअसल ये वाजपेयी की तासीर थी. उनके लिए हमेशा राष्ट्र पहले था और उनकी इस सोच में विपक्षी दलों का भी भरपूर साथ मिला. पूरी दुनिया भर के पत्रकार दिल्ली में घूमते रहे. आखिर कोई वाजपेयी सरकार के परमाणु परीक्षणों का विरोध करे. लेकिन विपक्ष का दिल जीत चुके वाजपेयी के खिलाफ एक भी बयान नहीं आया. साफ है अटल बिहारी वाजपेयी जानते थे. कैसे सबको साथ लेकर चला जाता है. देखना ना भूलें ज़ी हिन्दुस्तान की खास पेशकश 'बायोग्राफी' सोमवार से शुक्रवार रात 10.25 बजे...