टाइफाइड बुखार एक जीवाणु संक्रमण है जो पूरे शरीर में फैल जाता है और कई अंगों को प्रभावित कर सकता है. शीघ्र उपचार के बिना, यह गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकता है और घातक हो भी सकता है. आइए जानते है टाइफाइड में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
ब्रोकोली, केल, फूलगोभी, पत्तागोभी और प्याज जैसे खाद्य पदार्थ पाचन के दौरान गैस और सूजन पैदा करते हैं. ये पाचन तंत्र पर दबाव बढ़ाते हैं, जो टाइफाइड के दौरान हानिकारक होता है.
सूखे फल और कच्चे जामुन, अनानास और कीवी में उच्च फाइबर होता है. इसलिए, इन्हें पचाना कठिन होता है. यदि लोग टाइफाइड के दौरान उच्च फाइबर वाले फलों का सेवन करते हैं, तो उनका पाचन तंत्र खराब हो जाता है और ठीक होने का समय बढ़ जाता है.
क्विनोआ, कूसकूस, जौ, एक प्रकार का अनाज और ब्राउन चावल जैसे कुछ खाद्य पदार्थ पचने में पर्याप्त समय लेते हैं. इससे पाचन तंत्र पर दबाव बढ़ता है. खराब पाचन के साथ तेज बुखार होने से मरीज बेचैन हो जाते हैं.
बादाम, पिस्ता, मैकाडामिया नट्स और अखरोट जैसे सूखे फलों में फाइबर की मात्रा होती है जिसे पचने में समय लगता है. इसलिए, टाइफाइड के दौरान पाचन में सुधार के लिए आपको नट्स से परहेज करना चाहिए.
कद्दू के बीज, अलसी के बीज, चिया बीज और अन्य उच्च फाइबर वाले बीज पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं. ये पाचन का समय भी बढ़ाते हैं. टाइफाइड के दौरान इन खाद्य पदार्थों को खाने से पर्याप्त ऊर्जा आपूर्ति कम हो जाती है.
काली फलियां, राजमा, दालें और चने पाचन के दौरान सूजन का कारण बनते हैं. यह स्थिति और भी खराब हो जाती है और पाचन प्रक्रिया को बाधित कर देती है.
टाइफाइड के दौरान गर्म मिर्च, जलेपीनो, लाल शिमला मिर्च और लाल मिर्च वाले खाद्य पदार्थ सख्ती से प्रतिबंधित हैं. इनके परिणामस्वरूप आंतों में सूजन आ जाती है, जिससे स्वास्थ्य स्थिति खराब हो जाती है.
डोनट्स, मोत्ज़ारेला स्टिक, तला हुआ चिकन, आलू के चिप्स और प्याज के छल्ले जैसे तैलीय और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र को दबा देते हैं. टाइफाइड के दौरान इन खाद्य पदार्थों के सेवन से पाचन संबंधी जटिलताएं बढ़ जाती हैं.
इस लेख में दी गई जानकारी और सूचना केवल तथ्यों पर ही आधारित है. ZeePHH इसकी पुष्टि नहीं करता और आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें