व्हॅलेंटाईन डे : बॉलिवूड स्टाईल

`लव्ह`नगरी बॉलिवूड : १४ फेब्रुवारी... व्हॅलेंटाईन डे... मान्य की प्रेम व्यक्त करण्याचा एकच दिवस नसतो... पण, हेही तितकंच खरं की प्रेमाला साजरं करण्यात वाईट ते काय? 

Feb 14, 2019, 09:31 AM IST
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आजवर भारतातील अनेक तरुण-तरुणींना ‘रोमान्स’चे धडे मिळालेत ते बॉलिवूडमधून... म्हणूनच तर शाहरुख खान, दिलीप कुमार यांना तर प्रेमाचा ‘आयकॉन’ म्हणून ओळखलं जातं. चला तर पाहुयात, आजवरच्या बॉलिवूडच्या इतिहासातील काही ‘रोमान्टिक डायलॉग्स’

आजवर भारतातील अनेक तरुण-तरुणींना ‘रोमान्स’चे धडे मिळालेत ते बॉलिवूडमधून... म्हणूनच तर शाहरुख खान, दिलीप कुमार यांना तर प्रेमाचा ‘आयकॉन’ म्हणून ओळखलं जातं. चला तर पाहुयात, आजवरच्या बॉलिवूडच्या इतिहासातील काही ‘रोमान्टिक डायलॉग्स’

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मुगल-ए-आझम (दिलीप कुमार)

‘मैं तुम्हारी आँखों मे अपनी मोहब्बत का इकरार देखना चाहता हूँ’

 

मुगल-ए-आझम (दिलीप कुमार) ‘मैं तुम्हारी आँखों मे अपनी मोहब्बत का इकरार देखना चाहता हूँ’  

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आराधना (राजेश खन्ना)

‘एक छोटा सा जख्म बहुत गहरा दाग बन सकता है और एक छोटी सी मुलाकात जीवनभर का साथ बन सकती है’

 

आराधना (राजेश खन्ना) ‘एक छोटा सा जख्म बहुत गहरा दाग बन सकता है और एक छोटी सी मुलाकात जीवनभर का साथ बन सकती है’  

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कभी खुशी कभी गम (शाहरुख खान)

‘दोस्ती के अलावा भी कुछ रिश्ते होते है. कुछ रिश्तें जो हम समझतें नहीं, कुछ रिश्ते जो हम समझना नही चाहतें. कुछ रिश्ते जिनका कोई नाम नही होता, सिर्फ एहसास होता है. कुछ रिश्तें जिनकी कोई दिवार नहीं होती, ऐसे रिश्ते जो दिल के रिश्तें होते है, प्यार के रिश्ते होते है, मोहब्बत के रिश्ते होते है’

 

कभी खुशी कभी गम (शाहरुख खान) ‘दोस्ती के अलावा भी कुछ रिश्ते होते है. कुछ रिश्तें जो हम समझतें नहीं, कुछ रिश्ते जो हम समझना नही चाहतें. कुछ रिश्ते जिनका कोई नाम नही होता, सिर्फ एहसास होता है. कुछ रिश्तें जिनकी कोई दिवार नहीं होती, ऐसे रिश्ते जो दिल के रिश्तें होते है, प्यार के रिश्ते होते है, मोहब्बत के रिश्ते होते है’  

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ओम शांति ओम (शाहरुख खान) 

‘इतनी शिद्धत से मैंने तुम्हे पाने की कोशिश की है, की हर झर्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की कोशिश की हैं. कहतें है अगर किसी चीझ को दिल से चाहों, तो पुरी कायनात तुम्हे उससें मिलानें की कोशिश में लग जाती है...’

 

ओम शांति ओम (शाहरुख खान) ‘इतनी शिद्धत से मैंने तुम्हे पाने की कोशिश की है, की हर झर्रे ने मुझे तुमसे मिलाने की कोशिश की हैं. कहतें है अगर किसी चीझ को दिल से चाहों, तो पुरी कायनात तुम्हे उससें मिलानें की कोशिश में लग जाती है...’  

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रब ने बना दी जोडी (शाहरुख खान)

‘मैं जब भी आपको देखता हूँ, मुझे रब दिखता है. रब के सामने माथा टेकता हूँ तो दिल को सुकून मिलता है. आप को हसतें हुए देखता हूँ तो दिल को और भी सुकून मिलता है. तो मैं तो आपको रब से भी ज्यादा प्यार करता हूँ’

 

रब ने बना दी जोडी (शाहरुख खान) ‘मैं जब भी आपको देखता हूँ, मुझे रब दिखता है. रब के सामने माथा टेकता हूँ तो दिल को सुकून मिलता है. आप को हसतें हुए देखता हूँ तो दिल को और भी सुकून मिलता है. तो मैं तो आपको रब से भी ज्यादा प्यार करता हूँ’  

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नमस्ते लंडन (अक्षय कुमार)

‘इश्क दे मेरे मित्रा पेहचान की, मिट जावें जादूं जीद अपनान दी’

(खऱ्या प्रेमाचा अर्थ काहीही करून त्याला मिळवणं असा होत नाही)

 

नमस्ते लंडन (अक्षय कुमार) ‘इश्क दे मेरे मित्रा पेहचान की, मिट जावें जादूं जीद अपनान दी’ (खऱ्या प्रेमाचा अर्थ काहीही करून त्याला मिळवणं असा होत नाही)  

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दिलवालें दुल्हनिया ले जाऐंगे (काजोल)  : 

‘ऐसा पहली बार हुओ है सतरा अठरा सालों मे

अनदेखा अनजाना कोई आने लगा खयालों मे

आँखो की खिडकी पर एक साया सा लहराता है

गहरी गहरी काली आँखे मुझसे मुझको पुछती है

हाथों की रोखाओं मे एक चेहरा सा बन जाता है

उसकी साँसे रेशम जैसे गालों को छू जाती है

उसके हाथों की खुशबू है अब तक मेरे बालो में

ऐसा पहली बार हुओ है सतरा अठरा सालों मे

अनदेखा अनजाना कोई आने लगा खयालों मे’

 

 

दिलवालें दुल्हनिया ले जाऐंगे (काजोल)  :  ‘ऐसा पहली बार हुओ है सतरा अठरा सालों मे अनदेखा अनजाना कोई आने लगा खयालों मे आँखो की खिडकी पर एक साया सा लहराता है गहरी गहरी काली आँखे मुझसे मुझको पुछती है हाथों की रोखाओं मे एक चेहरा सा बन जाता है उसकी साँसे रेशम जैसे गालों को छू जाती है उसके हाथों की खुशबू है अब तक मेरे बालो में ऐसा पहली बार हुओ है सतरा अठरा सालों मे अनदेखा अनजाना कोई आने लगा खयालों मे’    

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फना (आमिर खान) :  ‘हम से बचकर जाओगे कैसे 

अपने दिल से हमे निकालोगे कैसे

हम वो खुशबू है जो सासों में बसते है

खुद की सासों को रोक पाओगे कैसे’

 

फना (आमिर खान) :  ‘हम से बचकर जाओगे कैसे  अपने दिल से हमे निकालोगे कैसे हम वो खुशबू है जो सासों में बसते है खुद की सासों को रोक पाओगे कैसे’  

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हम दिल दे चुके सनम (सलमान खान)  : ‘अगले सात जन्मो तक तुम वनराज की हो, लेकीन आठवें जनम में तुम मेरी होगी. अॅन्ड दॅट टाईम नो वनराज... वनराज प्लीज. और नन्दू, तुम मुझे इस तरह मत देखो क्योंकी तुम्हे मुझसे फीर से प्यार हो जाएगा...’

 

हम दिल दे चुके सनम (सलमान खान)  : ‘अगले सात जन्मो तक तुम वनराज की हो, लेकीन आठवें जनम में तुम मेरी होगी. अॅन्ड दॅट टाईम नो वनराज... वनराज प्लीज. और नन्दू, तुम मुझे इस तरह मत देखो क्योंकी तुम्हे मुझसे फीर से प्यार हो जाएगा...’  

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जब वी मेट (शाहिद कपूर) : ‘तू ओरिजनल पीस है, मालूम है ना तुझे? ऐसा दुसरा नही है’

 

जब वी मेट (शाहिद कपूर) : ‘तू ओरिजनल पीस है, मालूम है ना तुझे? ऐसा दुसरा नही है’