`अच्छा है ओलंपिक में एक ग्रुप में नहीं भारत-पाक`
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`अच्छा है ओलंपिक में एक ग्रुप में नहीं भारत-पाक`

पहली बार ओलंपिक में पाकिस्तान की कमान संभालने जा रहे विश्व रिकार्डधारी ड्रैग फ्लिकर सोहेल अब्बास का मानना है कि लंदन ओलंपिक में भारत और पाकिस्तान का एक ग्रुप में नहीं होना दोनों टीमों के लिये फायदेमंद होगा।

नई दिल्ली : पहली बार ओलंपिक में पाकिस्तान की कमान संभालने जा रहे विश्व रिकार्डधारी ड्रैग फ्लिकर सोहेल अब्बास का मानना है कि लंदन ओलंपिक में भारत और पाकिस्तान का एक ग्रुप में नहीं होना दोनों टीमों के लिये फायदेमंद होगा।
पिछले चौदह साल से पाकिस्तान के लिये खेल रहे सोहेल ने कहा, यह अच्छा ही है कि ओलंपिक में भारत और पाकिस्तान के ग्रुप अलग अलग हैं। एक ही ग्रुप में होने पर दोनों टीमों का फोकस सिर्फ एक दूसरे पर रहता है जिससे प्रदर्शन पर असर पड़ता है।
उन्होंने कहा, एक ग्रुप में होने पर हमें ज्यादा चिंता इस बात की रहती है कि एक दूसरे से ना हारें। देशवासियों की अपेक्षाओं पर खरे उतरने का दबाव भी बढ जाता है । अब हम अधिक अनुशासित होकर खेलेंगे।
लंदन ओलंपिक में ग्रुप ए में पाकिस्तान, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, स्पेन, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका की टीमें है जबकि ग्रुप बी में भारत, बेल्जियम, जर्मनी, कोरिया, हालैंड और न्यूजीलैंड की टीमें हैं।
पाकिस्तान की तैयारियों के बारे में उन्होंने बताया कि अजलन शाह कप में खराब प्रदर्शन से टीम ने काफी सबक सीखा है। उन्होंने कहा,अजलन शाह कप में हम अच्छा नहीं खेल सके जिसके बाद हमने अपनी गलतियों पर काफी मेहनत की। यूरोप दौरे पर प्रदर्शन अच्छा रहा और अभी ऐबटाबाद जैसे पर्वतीय इलाके में अभ्यास शिविर के दौरान फिटनेस पर काफी मेहनत की गई। हमने पहाड़ पर चढकर, दौड़ के जरिये अपना स्टेमिना बढाया।
पिछले 28 साल से ओलंपिक में पदक को तरस रहे पाकिस्तान की तैयारियों में सबसे बड़ी बाधा अपनी सरजमीं पर अंतरराष्ट्रीय मैच मयस्सर नहीं हो पाना रही। दुनिया में सर्वाधिक 345 गोल करने वाले अब्बास ने कहा,हमें सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ है कि कोई अंतरराष्ट्रीय टीम पाकिस्तान खेलने नहीं आ रही। अपनी सरजमीं पर अभ्यास का सुकून हमें नहीं मिल सका। इसक अलावा पाकिस्तान में नीली टर्फ भी नहीं है जिस पर लंदन ओलंपिक में हाकी मैच होने हैं। हमने अभी तक यूरोप में बेल्जियम के खिलाफ एकमात्र मैच नीली टर्फ पर खेला है।
उन्होंने कहा, इसके विपरीत यूरोपीय टीमें लगातार एक दूसरे से खेलती रहती हैं और बेहतर तैयारी के साथ उतरती हैं। अब्बास ने हालांकि भारत और पाकिस्तान की टीमों को सेमीफाइनल की दौड़ में अग्रणी बताते हुए कहा कि दोनों टीमों की ताकत उनके खिलाड़ियों का हुनर है।
उन्होंने कहा, भारत के पास संदीप सिंह, शिवेंद्र सिंह, सरदार सिंह जैसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं तो पाकिस्तानी टीम में भी रेहान बट , शकील अब्बासी जैसे सीनियर्स की वापसी हुई है। हमारी ताकत हमारे खिलाड़ियों का फन है जिसके दम पर हम सेमीफाइनल तक पहुंच सकते हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों का पेनल्टी कार्नर भी मजबूत है। गुरूवार की सुबह ब्रिटेन रवाना हो रही पाकिस्तानी टीम बर्मिंघम में अभ्यास करेगी। अब्बास ने बताया कि ओलंपिक से पहले अनुकूलन और अ5यास के लिये टीम अंतरराष्ट्रीय टीमों से कुछ मैच भी खेलेगी। (एजेंसी)

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