महाराष्ट्र चुनाव: EXCLUSIVE! शिवसेना के 'CM' पर देवेंद्र फड़णवीस ने दिया यह जवाब
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महाराष्ट्र चुनाव: EXCLUSIVE! शिवसेना के 'CM' पर देवेंद्र फड़णवीस ने दिया यह जवाब

पढ़िए ZEE NEWS के एडिटर-इन चीफ सुधीर चौधरी के साथ महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू. फड़णवीस से महाराष्ट्र चुनाव के कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की.

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे.

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2019) के लिए चुनाव प्रचार जारी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस (Devendra fadnavis) चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. बीजेपी 150 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पढ़िए ZEE NEWS के एडिटर-इन चीफ सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) के साथ महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू. फड़णवीस से महाराष्ट्र चुनाव के कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की. 

सवाल: पिछली बार चुनाव से पहले आपका मैंने एक इंटरव्यू किया था. उस वक़्त मैंने आपसे पूछा था कि क्या हम महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री से बात कर रहे हैं? तब तक तो यह तय नहीं था कि आप ही मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं लेकिन इस बार भी मैं यहीं से शुरू करता हूं. क्या इस बार भी हम महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री से बात कर रहे हैं?

फड़णवीस: आपके मन में कोई शक है? पीएम मोदी और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी ने बिल्कुल घोषणा कर दी है और भाजपा-शिवसेना का जो गठबंधन है, वह एक अप्रत्याशित जीत महाराष्ट्र में पा रहा है. इसमें महाराष्ट्र में तो किसी को कोई शंका नहीं. मुझे लगता है कि आपको भी नहीं होनी चाहिए. 

सवाल: वोटर का सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट उसका वोट होता है. आपने तो मैनेजमेंट पढ़ा ही है तो वोटर भी हर चुनाव से पहले एक ही सवाल पूछता है कि मै अपने इन्वेस्टमेंट को आपकी पार्टी में क्यों दूं यानी मै आपको इस बार वोट क्यों दूं? मैं वोटर की तरफ से ही आपसे यह सवाल करना चाहता हूं कि आप किस आधार पर वो आपको वोट दें? 
 
फड़णवीस: पिछले पांच साल में हमने एक स्थायी, पारदर्शी और विकास करने वाली सरकार दी है. पिछले 5 सालों में हमपर कोई आरोप नहीं लगा पाया. हमने एक क्लीन सरकार दी है. आगर आप Deutch बैंक की रिपोर्ट देखेंगे 2017-18 का जिसमें देश में सबसे ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर का काम महाराष्ट्र में हो रहा है. अगर आप शिक्षा में असर की रिपोर्ट देखें तो जब हम चुनकर आए थे, तब महाराष्ट्र 13-14-15वें क्रमांक पर था, कभी 18वें क्रमांक पर था आब हमारा नंबर तीसरा है. आप अगर केंद्र सरकार का अरोग रिपोर्ट देखेंगे तो हम जब चुनकर आए तब छठे नंबर पर थे, अब तीसरे नंबर पर हैं. अगर आप उद्योग देखेंगे तो आज महाराष्ट्र पहले नंबर पर है. अगर आपका एफडीआई देखेंगे तो महाराष्ट्र चौथे या पांचवें नंबर पर था अब महाराष्ट्र पहले नंबर पर है.

अगर आप रोजगार की रिपोर्ट देखें तो उस रिपोर्ट में भी आपको ध्यान आएगा कि सबसे ज्यादा रोजगार की निवृत्ति महाराष्ट्र में हुई और देश में जितने रोजगार का निर्माण हुआ उसमें 25% योगदान अकेले महाराष्ट्र ने दिया. हम जब चुनकर आए थे तब महाराष्ट्र का जीएसडीपी 16 लाख करोड़ का था, आज वह 26 लाख करोड़ का है. अगर आज आप देखें तो फिसकल डेफिसिट  हमारे जितने पैरामीटर्स हैं उस पर महाराष्ट्र अव्वल है. आज हमारा फिसकल डेफिसिट देखें, आज हमारा रेवेन्यू देखें, आज हमारा जीटीपी डेट का रेशियो देखिए, सारे मानकों पर महाराष्ट्र को हमने बदला है और कामों पर असर नहीं होने दिया. आज सबसे ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर का काम महाराष्ट्र में चल रहा है और इसलिए मुझे ऐसा लगता है मेरा यह दावा नहीं है कि हम सब कर पाए हैं, बहुत चीजें करना बाकी हैं. 5 साल में सारी चीजें हो नहीं सकती पर लोगों के मन में या विश्वास जरूर है कि जो चीज रह गई हैं वह चीजें यही सरकार कर सकती है.

सवाल: ऐसा लग रहा कि एक मुख्यमंत्री कम और एक सीईओ ज़्यादा बात कर रहा है. हो सकता है कि महाराष्ट्र के लोगों पता होगा लेकिन देश में जो बाकी लोग है, उन्हें शायद नहीं पता होगा कि आप लॉ ग्रेजुएट हैं. बिजनेस मैनेजमेंट में आपने पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. प्रोजेक्ट मैनेजमेंट किया है. यह सारी जो डिग्रियां है, आपको राजनीति में मुख्यमंत्री बनने के बाद कितना काम आईं? आपको लगता है कि इन्होंने आपको एज दिया. 

फड़णवीस:  मुझे ऐसा लगता है कि सबसे ज्यादा कानून का ज्ञान काम आया. मैंने लॉ सीखा हुआ है, वह मेरे सबसे ज्यादा काम आया क्योंकि हम कानून बनाने वाले लोग हैं और इसलिए अगर कानून की समझ है तो प्रशासन की समझ आती है. आपको कोई गलत बात बता नहीं सकता, आपको कोई गुमराह नहीं कर सकता. हम लोग मैनेजमेंट तो पार्टी में सीखते रहे हैं क्योंकि हमारे पार्टी में छोटे से कार्यकर्ता से लेकर यहां तक जो हम ऊपर आए तो ऑन फील्ड हमारा मैनेजेमेंट की ट्रेनिंग हुई है. आज पार्टी में जो कुछ मिला उसकी बदौलत हम यह सब कर पाते हैं.

सवाल: अगला सवाल मेरा आपसे यह है कि बहुत सारे लोग यह कह रहे है कि केंद्र में मोदी जी ने और अमित शाह ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद ३७० जो हटाई और जो बाकी काम किए, वो ऑलरेडी आपके लिए ग्राउंड वर्क कर दिया कि इस बार महाराष्ट्र में राष्ट्रीय मुद्दों पर ज़्यादा चुनाव लड़ा जा रहा है और क्षेत्रीय मुद्दों पर कम लड़ा जा रहा है. यानी आपके लिए उन्होंने ज़मीन पूरा पहले से ही तैयार कर दी है. आपको लगता है कि राष्ट्रीय मुद्दों से इस बार आपको बहुत मदद मिलने वाली है. मोदी जी की जो छवि है, उससे आपका 70-80% काम तो ऐसे ही हो गया. 

फडणवीस : जी बिल्कुल, एक बात तो स्पष्ट है कि हमारे नेता मोदी जी की जो छवि है, उस छवि का फायदा महाराष्ट्र में 2014 में हमें मिला 2019 में भी मिलेगा. यह बात भी सच है 370 का ऐतिहासिक फैसला जो मोदी जी ने और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी ने, जो देश के गृह मंत्री हैं, ने लिया है, मैं ऐसा मानता हूं कि उससे देश के और महाराष्ट्र के जन-जन के मन-मन में एक ऐसी भावना तैयार हुई कि कोई अगर इस देश को आगे ले जा सकता है तो यही लोग ले जा सकते हैं. इसका फायदा जरूर होगा लेकिन भारत के चुनाव में अगर आप हमारा भाषण सुनेंगे 30 मिनट में से 26 मिनट हम विकास के ऊपर बोलते हैं. क्या किया है, इसके ऊपर बात करते हैं. 4 मिनट जरूर हम 370 के ऊपर बोलते हैं और क्यों ना बोलें, देश में इतना अहम फैसला लिया. देश में राष्ट्रवाद की भावना इससे तैयार हुई है. सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस पार्टी ने 370 का विरोध किया.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं ने राज्यसभा में इसकी इसका विरोध किया, लोकसभा में उनके नेता नदारद रहे. उन्होंने 370 हटाने के लिए मतदान नहीं किया. इनका चेहरा जनता के सामने हम उजागर क्यों न करें? जब पूरे भारत की जनता यह चाहती थी कि 370 या हटे. अगर यह लोग देश की भावना के खिलाफ काम करेंगे तो इनका चेहरा का नकाब उतारना, यह हमारा कर्तव्य है कि इसलिए हम भाषण में 4 मिनट 370 की बात करते हैं और हमारे नेता जिस प्रकार से काम कर रहे हैं यह भी लोगों को बताते हैं. 

सवाल: आपको लगता है कि इस बार का जो चुनाव है, असल में यह विपक्षविहीन चुनाव है. कांग्रेस बहुत कमजोर स्थिति में है. एनसीपी भी बहुत कमजोर स्थिति में है. शरद पवार पहले लगातार लोगों को इमोशनल ब्लैकमेल करते रहे हैं कि यह मेरा आखरी चुनाव होगा जब लोगसभा चुनाव था लेकिन इस बार शरद पावर यह भी के रहे हैं कि अभी तो मै जवान हूं. आप विपक्ष को किस तरीके से आंकते हैं. 

फडणवीस : मैं आपकी बात से बिल्कुल सहमत हूं जितना कमजोर विपक्ष इस चुनाव में नजर आ रहा है, इससे पहले कभी नहीं आया. मैं ऐसा मानता हूं कि इस बार के चुनाव में हमारी अप्रत्याशित जीत होगी और विरोधी पार्टियां जो हैं, चाहे कांग्रेस हो या एनसीपी वह अपने इतिहास के सबसे न्यूनतम स्कोर को छुएंगी. यह मुझे विश्वास लगता है. 

सवाल: शरद पवार की अगर हम बात करें फडणवीस जी तो शरद पवार हमेशा से बहुत ही पॉवरिंग पर्सनैलिटी रहे हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में इस बार जो शरद पवार का कद है, उसे आप कैसे आंकते हैं? आपने देखा होगा कि अजित पवार, शरद पवार जिस तरह भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे है (ईडी) का नोटिस गया है, अब या तो इससे उनके प्रति एक सहानुभूति आ जाएगी या आपको यह लगता है कि उनका अब आखिरी चुनाव है.

फडणवीस: यह जरूर है शरद पवार जी का कद बड़ा है लेकिन पिछले 5 वर्षों में हर चुनाव में हमने पवार साहब की पार्टी को पूरी तरीके से परास्त किया है. हर चुनाव में हम जीते हैं और इसलिए मैं यह मानता हूं कि आज की महाराष्ट्र की जनता का भारतीय जनता पार्टी पर इतना विश्वास हो चुका है, मोदी जी पर इतना विश्वास हो चुका है कि पवार साहब आप कुछ भी कर लें, तब भी वो अपने पार्टी को बचा नहीं सकते. वैसे भी उनकी पार्टी से लोग निकलकर बाहर जा रहे हैं. कोई उनकी पार्टी में रहना नहीं चाहता और इसलिए मुझे लगता है कि पवार साहब कितना भी प्रयास कर लें, जबरदस्त हार का सामना उनकी पार्टी को करना पड़ेगा.

सबसे बड़ी बात मैं बताना चाहता हूं देखिए ईडी की नोटिस इससे उनको फायदा मिलेगा या नुकसान मिलेगा, मैं इसमें नहीं जाना चाहता लेकिन महाराष्ट्र में एनसीपी की इमेज एक भ्रष्ट पार्टी के रूप में है. महाराष्ट्र की जनता ने उसको करप्ट पार्टी के रूप में देखा है और इसलिए मुझे नहीं लगता कि इनको कोई फायदा मिलेगा ऐसी कोई संभावना नहीं है.

सवाल: जी आप जानते हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव में इस बार करीब 1 करोड़ 20 लाख युवा मतदाता होंगे. आपको युवा नेता के तौर पर जाना जाता है क्योंकि आप सिर्फ अभी 49 साल के हैं लेकिन एक और युवा नेता जो 29 वर्ष का है, वह भी इस बार मैदान में आ गया है. उसका नाम है आदित्य ठाकरे और वो भी यह के रहे हैं कि इस बार शिवसेना पहले के मुकाबले बहुत ज़्यादा सीटें लेंगी और शिवसेना के नेता यह तक कह रहे हैं कि अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का होने वाला है. इस पर आपकी क्या टिप्पणी है?

फडणवीस: पहली बात तो यह है कि आदित्य ठाकरे जी ने जो निर्णय लिया है, मैं उसका स्वागत करता हूं. आदित्य चुनाव लड़ रहे हैं, यह बहुत अच्छी बात है. ठाकरे परिवार ने इससे पहले निर्णय लिया था कि वह पीछे रहकर राजनीति चलाएंगे, वह भी उनका एक निर्णय है. अब यह एक नई पीढ़ी है और नई पीढ़ी चुनाव में आना चाहती है. इसका स्वागत होना चाहिए. पिछले कुछ वर्षों में आदित्य ठाकरे जी ने लगातार महाराष्ट्र का दौरा किया है, आदित्य ने महाराष्ट्र का प्रश्न समझ लिया है. महाराष्ट्र के प्रश्नों के ऊपर उन्होंने अपने मत की अभिव्यक्ति की है. एक प्रकार से उनके पार्टी को संभालने के लिए जिन चीजों की आवश्यकता है, वह सारी चीजें पारित कर रहे हैं और इसलिए मैं उनका स्वागत करता हूं.

जहां तक मुख्यमंत्री बनने का सवाल है, मैंने तो आपके पहले ही सवाल में जवाब बता दिया किसी के मन में कोई शक ही नहीं कि कौन मुख्यमंत्री बनने वाला है. अच्छा आदित्य स्वयं नहीं कहते, उद्धव यह स्वयं नहीं कहते. अब होता है कि हर पार्टी में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको यह लगता है अपने नेताओं की तारीफ कर दें, अपने नेताओं को बड़ी-बड़ी पोजीशंस भी बता दें, तो उनका भी सीआर ठीक हो जाएगा. ऐसे लोग बोलते रहते हैं, हमारे मन में कोई कंफ्यूजन नहीं है. भारतीय जनता पार्टी शिवसेना जो गठबंधन है, हम लोगों ने सारी चीजें आपस में तय की है और उसी के अनुसार हम आगे काम करने वाले हैं.
 

यहां देखें पूरा इंटरव्यू

 

सवाल: जी! पर आपको ऐसा लगता है कि आपने इस बार भी शिवसेना को जितनी सीट देनी चाहिए थी, अपने ज़्यादा सीट उसके मुकाबले दे दीं. पिछले बार उन्होंने 63 सीटें जीती थी. 22% सक्सेस रेट था. इस बार आपने 124 दे दीं. 44% सीटें आपने इनको दे दी हैं. इतना ज़ोर मानते हैं आप शिवसेना का है. अभी मतदाताओं में कि वो इतनी सीटों के साथ न्याय कर पाएंगे.

फडणवीस: देखिए ऐसा होता है कि जब हम अलायंस करते हैं तो कुछ उनका फायदा होता है, कुछ हमारा फायदा होता है. कुछ उनका घाटा होता है, कुछ हमारा घाटा होता है. अलायंस में तो फायदा-घाटा कुछ न कुछ प्रमाण में होता है. अलायंस को हम फायदे और घाटे के रूप में नहीं देखते. हर पार्टी को लगता है कि दूसरी पार्टी को ज्यादा जगह मिली. उनको लगता है कि हमको कब मिली, यह सारी चीजें तो चलती हैं. अब हमारा अलायंस पक्का है, हम लोग आगे बढ़ रहे हैं. 

सवाल: आगे चलकर उन्होंने अगर उप मुख्यमंत्री का पद मांगा तो आप क्या इसके लिए ओपन है?
फडणवीस : हां जरूर! क्यों नहीं. देखिए लोकसभा चुनाव के समय जिस समय हम बैठे थे उस समय भी हम बैठे थे और कहा था कि आप अगर उपमुख्यमंत्री बनाना चाहते हो तो हमें कोई ऐतराज नहीं.

सवाल: पीएमसी बैंक घोटाला जो अभी हुआ, आप जानते हैं कि मुंबई के बहुत सारे लोग 50 हजार परिवार इससे प्रभावित हुए हैं. पीएमसी बैंक घोटाले के जो विक्टिम हैं, उनको आप एक मुख्मंत्री होने के नाते क्या आश्वासन दे सकते हैं?

फडणवीस: देखिए, मैं आज ही, उनमें से कुछ लोगों को मिला. उनका आक्रोश बिल्कुल सही है. इसके ऊपर कार्रवाई शुरू कर दी है. बैंक के जो प्रमोटर हैं, उनको हमने अरेस्ट भी किया है. उनकी जितनी जायदाद है, जमीन है, उसको हमने सील करना शुरू किया है. जब्त करना शुरू किया है. उनकी हजारों करोड़ की जो प्रॉपर्टी है, उसे हमने जब्त कर लिया है. यह जब्त करने की हमें शुरुआत कर दी है तो एक और हमें सारी कार्रवाई करेंगे. हमारे यहां पर आचार संहिता चल रही है, इसलिए मैं इस पर आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं कर सकता लेकिन मैंजरूर 21 तारीख के बाद वित्त मंत्री निर्मला जी को हमारे प्रधानमंत्री जी को इस सबके बारे में ब्यौरा निवेदन देने वाला हूं. इनका पैसा उनको वापस मिले, इसके लिए जो सारी चीज हैं, करने की आवश्यकता है. वहीं से सरकार निश्चित रूप से करेगी.

सवाल: चारों तरफ आर्थिक मंदी की बात हो रही है, नौकरियां जा रही हैं, लोग परेशान हैं. जो बिजनेस घराने हैं, वो परेशान हैं, इस इट ट्रबलिंग यू?
फडणवीस : देखिए, हम लोगों ने अगर विचार किया तो उसमें 4 सालों से वैश्विक मंदी चल रही है और इस वैश्विक मंदी का भारत के ऊपर असर होने से हमारे प्रधानमंत्री का प्रयास होने से हम पिछले कुछ वर्षों से मंदी से बचे हैं लेकिन अभी इसका थोड़ा सा असर हमको दिखाई पड़ा है पर इसको हम लोग अगर बहुत बड़े स्क्रीन पर बोले तो इस प्रकार की परिस्थिति नहीं है क्योंकि अगर आप देख लें वैश्विक ग्रोथ अगर विचार करें 5% या 5:30 प्रतिशत ग्रोथ रेट भी एक बहुत बड़ा ग्रोथ रेट है.

आज भी दुनिया के सबसे तेजी से विकसित होने वाले अर्थव्यवस्था यह भारत की अर्थव्यवस्था है. कुल मिलाकर मुझे लगता है एक संक्रमण की व्यवस्था जरूर है जिसमें से भारत बाहर निकलेगा. हमने बाहर निकलने की शुरुआत कर दी है. सरकार इस पर पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और मुझे लगता नहीं है कि इस चुनाव का कोई मुद्दा होगा. 

सवाल: प्रोफेशनली और पर्सनली यह 5 साल तो आपके मुख्यमंत्री के तौर पर जैसे रहे. क्या आपको ऐसा लगता है कि अगले 5 साल अगर आपको मिलते हैं तो आप कुछ बदलाव करना चाहेंगे अपने अंदर. बदलाव लाना चाहेंगे  पर्सनली भी और पॉलिटिकली भी. कोई चीज ऐसी रही हो जो आपको लग रहा हो कि यह 5 साल में आपने मिस कर दिया उसमें कुछ भी हो सकता है, हो सकता है फैमिली टाइम मिस किया हो.

फडणवीस : यह बात सही है कि मैं परिवार को पिछले 5 सालों में समय नहीं दे पाया. अपनी पत्नी और बेटी को मैं ज्यादा समय नहीं दे पाया. उनका आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे टॉलरेट किया. थोड़ा सा बदलाव करने की कोशिश में कर लूंगा लेकिन मुझे तो सबसे बड़ी बात लगती है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले 2 साल तक में बहुत टारगेट काम कर रहा था. बहुत बड़ी रिस्क यह मैं नहीं ले पा रहा था क्योंकि उस समय यह हिम्मत नहीं थी. अब मेरे पास कॉन्फिडेंस है. अब मेरे पास जानकारी है. अब मेरे पास वह सारी चीजें मौजूद हैं जो एक परिवर्तन के लिए लगती है. इसलिए इसमें 5 सालों में पहले दिन से मेरी जो गाड़ी है बुलेट ट्रेन जैसी भागेगी. महाराष्ट्र को बुलेट ट्रेन जैसा हम आगे ले जाएंगे और मोदी जी के नेतृत्व में अगले 5 सालों में महाराष्ट्र एक अप्रत्याशित इस प्रकार का विकास करेगा.

सवाल: जी आप जिन दो लोगों के साथ काम कर रहे हैं. इस समय नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों को कहा जाता है कि बहुत ही टफ टास्क मास्टर हैं. कितना मुश्किल है इन दोनों लोगों के साथ काम करना?
फडणवीस : बिल्कुल मुश्किल नहीं है उनके साथ काम करने में आप बहुत चीजें सीखते हैं लेकिन प्रधानमंत्री जी जितना ऑर्गेनाइज्ड आदमी मैंने मेरे जीवन में नहीं देखा. हर चीज वह तय करते हैं और उसी के अनुसार करते हैं. कभी भी उनको विचलित होते मैंने देखा नहीं और छोटी से छोटी चीज के ऊपर उनकी नजर होती है.

यह बहुत असाधारण बात है और इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि हमारे जैसे लोगों को उनसे बहुत सी चीजें सीखने मिलती हैं. हमारे जो अध्यक्ष हैं अमित शाह जी इनसे भी बेबाकी सीखने को मिलती हैं. अमित शाह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो घबराते नहीं हैं, डरते नहीं पूरी ताकत के साथ मेहनत के साथ और हिम्मत के साथ मैदान में कूदते हैं और जिस प्रकार का प्लानिंग अमित भाई का होता है मैं ऐसा मानता हूं कि कई मैनेजमेंट गुरु यह उनसे सीख ले सकते हैं. 

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