Shani Gochar 2022 Effect: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार के 17 जनवरी यानी आज शनि कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. आज शनि अपनी त्रिकोण राशि कुंभ में रात 8 बजकर 2 मिनट पर प्रवेश कर जाएंगे. शनि गोचर से जहां कुछ लोग साढ़े साती और ढैय्या के प्रकोप से मुक्त हो जाएंगी. वहीं, इन 4 राशि के जातकों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु की राशि मीन पर आज से शनि की साढ़ेसाती शुरू होने जा रही है. आज से इसका पहला चरण शुरू होने वाला है. 


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वहीं, कुंभ राशि वालों पर साढ़ेसाती चल रही है, जिसका आज से दूसरा चरण शुरू होने वाला है. इसके अलावा, कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर आज से ढैय्या शुरू हो जाएगी. इस दौरान शनि के प्रकोप से बचने के लिए इस राशियों को विशेष सावधानी बरतनी होगी. आइए जानते हैं कब तक रहेगा शनि का प्रकोप और इनके उपाय. 


कितने साल तक रहती है साढ़ेसाती और ढैय्या


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल कुंभ, मीन, कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की दृष्टि रहने वाली है. बता दें कि शनि की साढ़े साती सात साल तक और ढैय्या ढाई साल तक रहती है. इस दौरान ये राशि के जातक गलत कार्यों से दूर बनाकर रखें. इस दौरान किए गए कार्यों का फल वैसा ही मिलेगा, जैसे आप काम करेंगे. शनि देव को कर्मफलदाता कहा जाता है. वे व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. 


साढ़ेसाती और ढैय्या से बचने के उपाय 


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों पर साढ़े  साती और ढैय्या शुरू हो रही है, वे लोग अपनी मध्याम अंगुली में लोहे का एक छल्ला धारण करें. लेकिन इसे धारण करने से पहले विधिपूर्वक शनि देव की पूजा करनी चाहिए. इसे शनिवार के दिन धारण किया जा सकता है.  इस बार 21 जनवरी के दिन शनि अमावस्या है. ऐसे में ये कार्य इस दिन करना ठीक रहेगा. 


- शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनि देव की पूजा करें. अगर संभव हो तो नियमित रूप से शनि चालीसा का पाठ करें. अगर नियमित रूप से संभव न हो तो शनिवार के दिन अवश्य करें. साथ ही शनि चालीसा का पाठ करना लाभदायी रहता है. 


- शनि की महादशा से पीड़ित लोग शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर छाया दान करें. इसके लिए एक कटोरे में सरसों का तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखकर दान करें. इससे आपको विशेष लाभ होगा. 


- शास्त्रों के अनुसार साढ़ेसाती और ढैय्या से जूझ रहे लोगों को शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. इसके लिए शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. बता दें कि शनि देव को शमी का पेड़ बेहद प्रिय है. 


- अगर आपके ऊपर साढ़े साती या ढैय्या का प्रभाव लग रहा है, तो शनि रक्षा कवच का पाठ करें. शनि देव से रक्षा की प्रार्थना करें. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)