ADAS System in Car: ADAS (Advanced Driver Assistance System) गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाला एक हाई-टेक सेफ्टी सिस्टम है, जिसे ड्राइवर और यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने और ड्राइविंग को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह तकनीक गाड़ियों को स्मार्ट और सेफ बनाती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की आशंकाओं को कम किया जा सके. आइए जानते हैं ADAS सिस्टम की खासियत और यह कैसे काम करता है.
ADAS यानी Advanced Driver Assistance System एक ऐसा सेफ्टी फीचर है, जो सेंसर, कैमरा, रडार और सॉफ़्टवेयर की मदद से ड्राइवर को सड़क पर आने वाली संभावित खतरों से आगाह करता है. यह सिस्टम ड्राइविंग को न केवल सुरक्षित बनाता है, बल्कि इसे ज्यादा आरामदायक भी बनाता है.
गाड़ी के चारों तरफ लगाए गए सेंसर और कैमरे आसपास से डेटा इकट्ठा करते हैं. इसके बाद यह डेटा गाड़ी के आसपास की हालात को मॉनिटर करता है. इसके बाद सड़क पर आने वाले वाहनों, पैदल चलने वालों यात्रियों और किसी भी तरह की बाधाओं को डिटेक्ट करने के लिए रडार तकनीक का उपयोग किया जाता है. फिर सॉफ्टवेयर इनपुट डेटा को प्रोसेस करता है और ड्राइवर को अलर्ट कर देता है.
एडाप्टिव क्रूज़ कंट्रोल (Adaptive Cruise Control) इस फीचर्स की मदद से गाड़ी को ऑटोमेटिकली आगे वाले गाड़ी की स्पीड के मुताबिक चलाता है. इस फीचर्स की मदद से ड्राइवर को एक्सीलेरेशन और ब्रेकिंग से राहत मिलती है. इसके अलावा ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB) की मदद से गाड़ी खुद ही ब्रेक लगा देती है, अगर किसी और गाड़ी से टक्कर की आशंका हो. वहीं इसमें लेन डिपार्चर वार्निंग के भी फीचर्स मिल जाते हैं, जिसमें अगर गाड़ी अपनी लेन से बाहर जा रही हो तो वह ड्राइवर को अलर्ट कर देता है.
इस फीचर्स का इस्तेमाल सड़क दुर्घटनाओं में रोकने के लिए किया जाता है. इसके अलावा ड्राइवर को सड़क के हिसाब से ड्राइविंग करने की सलाह देता है. ऑटोमेशन की वजह से लंबी ड्राइव्स में ड्राइवर पर दबाव कम करता है.
ADAS अब प्रीमियम गाड़ियों के साथ-साथ मिड-रेंज और किफायती गाड़ियों में भी उपलब्ध होने लगा है. भारत में यह सिस्टम Mahindra XUV700, MG Hector, Hyundai Tucson, Tata Harrier, Safari और Kia Seltos जैसी गाड़ियों में देखने को मिलता है.
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