Bike Hacks: भारत में बनने वाली ज्यादातर बाइक्स में अब किक फीचर्स को हटा दिया है. रॉयल एनफील्ड कंपनी ने भी अपनी नई बाइक्स से किक को हटा दिया है. ऐसे में बाइक स्टार्ट करने का एक मात्र ऑप्शन सेल्फ स्टार्ट बच जाता है. धीरे-धीरे लोगों को सेल्फ स्टार्ट की आदत लग गई है. अब तो नौबत ये है कि जिस बाइक में किक फीचर्स मौजूद है उसमें भी लोग सेल्फ का ही उपयोग करते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर बाइक को स्टार्ट करने का सही तरीका क्या है. आईए जानते हैं.
बाइक में मौजूद किक और सेल्फ फीचर्स का इस्तेमाल बाइक को स्टार्ट करने के लिए किया जाता है. लोग आसानी के लिए हमेशा सेल्फ का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि किक से बाइक स्टार्ट करना एक बेहतर ऑप्शन है. आप सभी जानते हैं कि जब बाइक को स्टार्ट करने के लिए किक का इस्तेमाल किया जाता है तो दो-चार बार आपको किक मारना पड़ता है. ऐसे करने से बाइक को मैनुअली स्पार्क मिलता है.
किक मारने से बाइक का क्रैंकशाफ्ट घूमने लगता है. क्रैंकशाफ्ट घूमकर पिस्टन और पिस्टन हेड से टकराता है, जिससे फ्रिक्शन पैदा होती है. इसके बाद इंजन में पेट्रोल और एयर के मिलने से वॉल्व में चिंगारी पैदा होती है. इस प्रकिया से आपकी बाइक स्टार्ट होती है. लेकिन जब आप सेल्फ स्टार्ट का बटन प्रेस करते हैं तो बटन स्टार्टर मोटर में इलेक्ट्रिक करंट भेजता है और फिर क्रैंकशाफ्ट घूमने लगता है. इस तरह से आपकी बाइक सेल्फ से स्टार्ट होती है.
जब आप अपनी बाइक को रात में बंद करके छोड़ देते हैं तो बाइक का इंजन ठंडा हो जाता है. सर्दियों में ये प्रकिया तेजी से होती है. इससे इंजन का फायरिंग मैकेनिज्म भी ठंडा पड़ जाता है. इसलिए जब आप सर्दियों में सेल्फ से बाइक स्टार्ट करते हैं तो आपकी बाइक एक बार में स्टार्ट नहीं होती है और फिर आपको किक मारना पड़ता है. किक मारने से स्टार्टर मोटर सही तरीके से प्रेशर, फ्रिक्शन, एयर और फ्यूल के साथ स्टार्ट होती है.
बाइक के बंद होने की वजह से उसमें मौजूद बैट्री अपना आयन और स्पार्क खो देती है. इसलिए बाइक स्टार्ट करने के लिए आपको स्पार्क की जरूरत पड़ती है जो किक मारने से आसानी से मिल जाती है.
हालांकि अब बाइक्स में किक वाले फीचर्स को हटाया जा रहा है, जिसकी वजह से कंपनी इंजन को इतना पॉवरफूल बनाने की कोशिश कर रही है कि वह सेल्फ से ही बेहतर तरीके से स्टार्ट हो सकें.
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