6 एयरपोर्ट के निजीकरण की तैयारी, विरोध में आए AAI कर्मचारी करेंगे क्रमिक भूख हड़ताल
Advertisement

6 एयरपोर्ट के निजीकरण की तैयारी, विरोध में आए AAI कर्मचारी करेंगे क्रमिक भूख हड़ताल

एयरपोर्ट्स अथॉरिटी एम्प्लॉज यूनियन (AAEU) ने 28 दिसंबर से सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने की चेतावनी भी दी है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी (AAI)) के सैकड़ों कर्मचारी छह हवाई अड्डों के निजीकरण के सरकार के फैसले के खिलाफ सोमवार से तीन दिन की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे. द एयरपोर्ट्स अथॉरिटी एम्प्लॉज यूनियन (AAEU) ने 28 दिसंबर से सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर जाने की चेतावनी भी दी है. सरकार ने पिछले महीने एएआई के छह हवाई अड्डों का प्रबंधन निजी सार्वजनिक भागीदारी के तहत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. इन हवाई अड्डों में अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मेंगलुरु के हवाई अड्डे शामिल हैं.

AAEU ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि उन्हें भूख हड़ताल और सामूहिक आकस्मिक अवकाश के लिए बाध्य किया गया है. एएईयू के महासचिव बी एस अहलावत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “क्रमिक भूख हड़ताल से परिचालन प्रभावित नहीं होगा, वो जारी रहेगा क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा का सामना करना पड़े.”  

इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को केंद्र से तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत लीज पर नहीं देने की अपील की और उससे इस हवाई अड्डे का प्रबंधन राज्य सरकार को सौंपने का अनुरोध किया. कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन के मौके पर विजयन ने कहा, ‘‘हम उल्लेखनीय तरीके से इस हवाई अड्डे का प्रबंधन कर सकते हैं. हम कारीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रबंधन भी अपने हाथों में लेने को तैयार हैं यदि केंद्र की भविष्य में ऐसी ही कोई योजना है. ’’ 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सबरीमला मंदिर के समीप इरुमेली में नये प्रस्तावित हवाई अड्डे का व्यवहार्यता अध्ययन चल रहा है. उन्होंने इस परियोजना के लिए भी केंद्र से सहयोग का अनुरोध किया. कांग्रेस नीत यूडीएफ पर सत्ता में रहने के दौरान कन्नूर हवाई अड्डे परियोजना में विलंब करने का आरोप लगाते हुए विजयन ने कहा कि 2001 से 2006 तक शासन करने वाले इस गठबंधन ने इस पुराने सपने को साकार करने के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘‘इस परियोजना को 2006 में वी एस अच्युतानंद सरकार के सत्ता में आने के बाद उम्मीद के पंख लगे. ’’ 

(इनपुट-भाषा)

Trending news