Bank Frauds: बैंक खाते से किसी ने उड़ा दिए पैसे? वापस मिल जाएगी पूरी रकम, यहां जानिए कैसे
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Bank Frauds: बैंक खाते से किसी ने उड़ा दिए पैसे? वापस मिल जाएगी पूरी रकम, यहां जानिए कैसे

Bank Frauds: अगर आप या आपका कोई जानने वाला बैंकिंग फ्रॉड का शिकार हुआ है तो आपके लिए ये खबर बेहद काम की है. अब आपको बैंकिंग फ्रॉड से किसी भी तरह का नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा और साथ ही 10 दिन के भीतर ही पूरा रिफंड मिल सकता है. यहां जाने पूरी प्रक्रिया.

Bank Frauds: बैंक खाते से किसी ने उड़ा दिए पैसे? वापस मिल जाएगी पूरी रकम, यहां जानिए कैसे

Bank Frauds: तेजी से डिजिटल (Digital) होने के साथ ही देश में साइबर फ्रॉड भी बढ़ रहे हैं. फाइनेंशियल ठगी में हाल फिलहाल बहुत बढ़ोतरी हुई है. कई लोग इस ठगी का शिकार हुए हैं. अगर आप भी बैंकिंग फ्रॉड के शिकार हुए हैं तो आज यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ जरूरी प्रोसेस जिसे फॉलो कर आप अपने पैसे वापस पा सकते हैं.

1. तुरत लें एक्शन 

अगर आप बैंकिंग फ्रॉड (Banking Fraud) का शिकार हुए हैं तो तुरंत एक्शन लें. रिजर्व बैंक (RBI) के मुताबिक, अगर आपको किसी अवैध इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजैक्शन का शिकार हो जाते हैं तो आपकी जिम्मेदारी शून्य भी हो सकती है. लेकिन, ऐसा तभी होगा अगर आप इस बारे में तुरंत ही अपने बैंक को बता देते हैं.

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2. तीन दिन के अंदर रिपोर्ट करें

अगर आप साइबर फ्रॉड (Online Financial Fraud) या बैंकिंग फ्रॉड के शिकार हुए हैं और आपके खाते से पैसा चला गया है तो तीन दिन के भीतर इसकी शिकायत जरूर करें. इसके लिए आप https://www.cybercrime.gov.in/ पर या स्थानीय पुलिस थाने में जाकर शिकायत कर सकते हैं.

3. पैसे होंगे रिफंड

Bank Frauds: अगर आप साइबर फ्रॉड के खिलाफ सख्त कदम उठाते हैं तो आपको किसी भी तरह का नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा और आपको 10 दिन के भीतर ही रिफंड मिल सकता है.अगर आप बैंकिंग या ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो चुप बिल्कुल मत रहिये. आप संबंधित जानकारी के साथ ही बैंक को लिखित में इसकी जानकारी दें और शिकायत दर्ज करानी चाहिए.

4. ये है हेल्पलाइन

आपको बता दें कि साइबर फ्रॉड (Online Financial Fraud) से हुए फाइनेंशियल नुकसान से बचाने के लिए सरकार ने एक नेशनल हेल्पलाइन 155260 को भी लॉन्च किया है. हालांकि इसकी सुविधा अभी बस छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे 7 राज्यों में ही उपलब्ध है. एक रिपोर्ट मेंके अनुसार,  अप्रैल 2009 से सितंबर 2019 के बीच 1.17 लाख ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड के जरिए लोगों को 615.39 करोड़ रुपये की चोट उठानी पड़ी है.

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