Big Basket के 2 करोड़ यूजर्स का डेटा चोरी, 30 लाख रुपये में बेचे जाने का दावा
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Big Basket के 2 करोड़ यूजर्स का डेटा चोरी, 30 लाख रुपये में बेचे जाने का दावा

Cyble का दावा है कि डेटा चोरी 30 अक्टूबर 2020 को हुई जिसके बारे में Big Basket के मैनेजमेंट को सूचित कर दिया गया. Cyble का कहना है कि 31 अक्टूबर को डेटा में सेंध BigBasket का है या नहीं पहले इसकी पूरी जांच की इसके बाद 1 नवंबर को BigBasket मैनेजमेंट को इसके बारे में सूचित कर दिया गया.' 

प्रतीकात्मक तस्वीर- बिग बास्केट में डेटा चोरी

नई दिल्ली: ग्रॉसरी ई-कॉमर्स (e commerce) कंपनी बिग बास्केट (Big Basket) के 2 करोड़ यूजर्स के डेटा में सेंध लगी है. साइबर इंटेलीजेंस कंपनी Cyble के मुताबिक एक हैकर ने Big Basket से जुड़े डेटा को 30 लाख रुपये में बेचने के लिए रखा है. कंपनी ने बैंगलुरू में साइबर क्राइम सेल में एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई है और साइबर एक्सपर्ट्स के दावों की सच्चाई जानने की कोशिश कर रही है.

Cyble ने अपने एक ब्लॉग में लिखा है कि 'हमारी रिसर्च टीम ने अपने रूटीन वेब मॉनिटरिंग में पाया कि साइबर क्राइम मार्केट में Big Basket को डेटा को 40,000 डॉलर में बेचा जा रहा है, इस डेटा बेस की फाइल करीब 15GB की है जिसमें करीब 2 करोड़ यजूर्स के डेटा हैं.' 

नाम, पता, मोबाइल नंबर सब चोरी 

ये डेटा सेंध कितना गंभीर इसको ऐसे समझिए कि साइबर क्राइम मार्केट में बेचे जा रहे इस डेटा में नाम, ई-मेल, पासवर्ड हैश, मोबाइल नंबर, पता, जन्म तिथि, लोकेशन यहां तक कि लॉग-इन का IP एड्रेस भी मौजूद है. Cyble ने यहां पर पासवर्ड का जिक्र किया है जिसका मतलब है वन-टाइम-पासवर्ड, जो SMS के जरिए मिलता है जब यूजर लॉग-इन करता है और ये हर बार बदलता रहता है.

Cyble का दावा है कि डेटा चोरी 30 अक्टूबर 2020 को हुई जिसके बारे में Big Basket के मैनेजमेंट को सूचित कर दिया गया. Cyble का कहना है कि 31 अक्टूबर को डेटा में सेंध BigBasket का है या नहीं पहले इसकी पूरी जांच की इसके बाद 1 नवंबर को BigBasket मैनेजमेंट को इसके बारे में सूचित कर दिया गया.' 

'दोषियों को पकड़ने की कोशिश जारी'

इस पूरे मामले पर Big Basket ने एक बयान जारी कर कहा है कि 'कुछ दिन पहले हमें बड़ी डेटा चोरी के बारे में पता चला है. हम साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर पता कर रहे हैं कि ये कितना बड़ा है और इसकी कितनी प्रामाणिकता है, साथ ही इसे तत्काल रोकने के रास्ते भी तलाश रहे हैं. हमने साइबर सेल बैंगलुरू में एक शिकायत भी दर्ज कराई है. हम पूरी कोशिश में लगे हैं कि दोषियों को तुरंत पकड़ा जाए.' 

Big Basket का कहना है कि 'कस्टमर्स की निजता और गोपनीयता हमारी प्राथमिकता है, हम उनके फाइनेंशियल डाटा जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर वगैरह स्टोर करके नहीं रखते हैं और हमें पूरा भरोसा है कि वित्तीय डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है.' हम ग्राहकों के ई-मेल, फोन नंबर और ऑर्डर डिटेल्स और पता ही मेनटेन करके रखते हैं. हमारे पास एक मजबूत इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी फ्रेमवर्क है.'
 
बैंगलुरू की कंपनी Big Basket में Alibaba Group, Mirae Asset-Naver Asia Growth Fund और UK सरकार की CDC ग्रुप का पैसा लगा हुआ है. 

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