Zomato CEO Deepinder Goyal: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जेमौटो इन दिनों खूब चर्चा में है. कभी अपने अटपटे जॉब एडवर्टाइज़मेंट को लेकर तो कभी अपने शेयरों को लेकर. जोमैटो के सीईओ दीपेंदर गोयल भी सुर्खियों में रहते हैं. कभी वो खुद ऑर्डर डिलीवर करने पहुंच जाते हैं तो कभी एक्स पर अनोखे ढंग से जॉब का ऑफर दे देते हैं. इस बार चर्चा उनकी सैलरी को लेकर हो रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नहीं लेते हैं सैलरी  
 
जोमैटो सीईओ दीपेंदर गोयल ने सैलरी को लेकर बड़ा ऐलान किया है, उन्होंने अगले दो साल तक सैलरी नहीं लेने का फैसला किया है. दीपेंदर गोयल ने वित्त वर्ष 2026 (FY26) के अंत तक अपने 3.5 करोड़ रुपये की सालाना सैलरी नहीं लेने का फैसला किया है. ये फैसला उन्होंने स्वेच्छा से लिया है. बता दें कि उन्होंने अपने फैसले को अगले दो साल के लिए बढ़ा दिया है. बता दें कि गोयल वित्त वर्ष  2020-21 की शुरुआत में सैलरी नहीं ले रहे थे. उन्होंने  24 मार्च, 2021 से लेकर 31 मार्च, 2026 तक अपनी मर्जी से सैलरी न लेने का फैसला किया है.  


सैलरी नहीं लेते तो कैसे चलता है खर्चापानी  


भले ही सैलरी न लें, लेकिन वो कंपनी से एमजी और सीईओ बने रहेंगे. जैमैटो के सीईओ और एमडी के तौर पर मिलने वाले वैरिएबल पे वो लेते रहेंगे. इसके अलावा उनके पास  जोमैटो के 4.18 फीसदी के शेयर हैं. जिसकी कीमत करीब 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है. इन सब से वो अपना खर्चापानी चलाते हैं.


मुकेश अंबानी भी नहीं लेते सैलरी   


रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी भी सैलरी नहीं लेते. उन्होंने कोविड के समय से सैलरी न लेने का फैसला किया. कंपनी पर वित्तीय बोझ को कम करने क लिए उन्होंने सैलरी नहीं लेने का फैसला किया, जिसे अब तक जारी रखा है. अंबानी ने 2008-09 से 2019-20 तक अपनी सालाना सैलरी 15 करोड़ रुपये तय की थी.हालांकि वित्त 2023-24 के लिए भी अंबानी ने सैलरी नहीं लेने का फैसला जारी रखा है.