कालाधन: बैंक अधिकारियों के कारनामों की खुलेगी पोल! सरकार ने बैंकों की सीसीटीवी फुटेज मंगाई
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कालाधन: बैंक अधिकारियों के कारनामों की खुलेगी पोल! सरकार ने बैंकों की सीसीटीवी फुटेज मंगाई

नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद बनाने की खबरों के सामने आने को लेकर अब बैंक अधिकारियों की शामत आएगी। सरकार ने देश भर के सैकड़ों बैंकों की सीसीटीवी फुटेज मंगाई है, जिससे बैंक अधिकारियों के कारनामे अब सामने आएंगे। जानकारी के अनुसार, सरकार ने बैंकों की सीसीटीवी के फुटेज को आधार बनाकर जांच शुरू भी कर दी है।

कालाधन: बैंक अधिकारियों के कारनामों की खुलेगी पोल! सरकार ने बैंकों की सीसीटीवी फुटेज मंगाई

नई दिल्‍ली : नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद बनाने की खबरों के सामने आने को लेकर अब बैंक अधिकारियों की शामत आएगी। सरकार ने देश भर के सैकड़ों बैंकों की सीसीटीवी फुटेज मंगाई है, जिससे बैंक अधिकारियों के कारनामे अब सामने आएंगे। जानकारी के अनुसार, सरकार ने बैंकों की सीसीटीवी के फुटेज को आधार बनाकर जांच शुरू भी कर दी है।

रिपोर्टों के अनुसार, कालाधन को सफेद करने में सहयोग करने वाले बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों पर अब आरबीआई व ईडी का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। गैरकानूनी तरीके से नोट एक्‍सचेंज कराने पर सरकार की पूरी नजर है। नोट बदलने में जो बैंक गड़बड़ी कर रहे हैं, उन पर भी सरकार की नजर है।

नोटबंदी के बाद बड़ी तादाद में नए नोटों की जमाखोरी का खुलासा होने पर सरकार ने बैंकों के सीसीटीवी फुटेज तलब किए हैं। बताया जा रहा है कि ये फुटेज देशभर के करीब 600 बैंक शाखाओं से मंगाए गए हैं, जिन पर सरकारी एजेंसियों ने अंगुली उठाई है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर विभाग (सीबीडीटी), वित्तीय खुफिया विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी की घोषणा के बाद नए खाते खोलकर लगातार ट्रांजेक्शन करने वाले करीब 400 बैंक शाखाओं में गड़बड़ी की आशंका जताई है। वहीं, करीब 200 बैंक शाखाएं ऐसी हैं, जहां जनधन खातों में भारी रकम जमा हुई। सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और खासतौर पर मेट्रो शहरों की विभिन्न बैंक शाखाओं पर एजेंसियों ने अपना संदेह जाहिर किया है।

दूसरी ओर, नोटबंदी के बाद देशभर के कई बैंकों के सीसीटीवी फुटेज सरकार (वित्‍त मंत्रालय) के पास पहुंचे हैं। कई आम लोगों ने भी मोबाइल से वीडियो बनाकर भी भेजा है। इनकम टैक्‍स के अफसर कई बैंकों में ग्राहक बनकर पहुंच रहे हैं। बता दें कि इनकम टैक्‍स के अफसरों को कई बैंकों में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। ज्ञात हो कि कई बैंकों के अफसरों ने फर्जी आईडी पर पुराने नोटों को बदले हैं। ऐसे में निजी और पब्लिक सेक्‍टर के बैंकों पर सरकार की पैनी नजर है।

अब कहा जा रहा है कि सरकार ऐसे बैंक अफसरों के खिलाफ करेंसी की दिक्‍कत खत्‍म होते ही कार्रवाई शुरू कर देगी। गौर हो कि बीते आठ नवंबर के बाद से 500 व एक हजार के नोट बंद होने की घोषणा के बाद धनकुबेरों में नोट बदलने के लिए खलबली मच गई। धनकुबेरों ने बैंकों से सेटिंग करनी शुरू कर दी और कालेधन को सफेद करने में जुट गए। बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये बदले जाने का मामला अब तक सुर्खियों में आया है।

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