सस्ते पेट्रोल-डीजल का दिखा असर, 19 महीने के न्यूनतम स्तर पर खुदरा महंगाई दर
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सस्ते पेट्रोल-डीजल का दिखा असर, 19 महीने के न्यूनतम स्तर पर खुदरा महंगाई दर

खुदरा महंगाई दर घट कर 2.05 प्रतिशत पर पहुंच गई है.

सस्ते पेट्रोल-डीजल का दिखा असर, 19 महीने के न्यूनतम स्तर पर खुदरा महंगाई दर

नई दिल्ली: फल, सब्जी समेत खाने-पीनें का सामान सस्ता होने तथा ईंधन के दाम कम होने से खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में घटकर 19 महीने के न्यूनतम स्तर पर 2.05 प्रतिशत पर आ गयी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति के दिसंबर के आंकड़े को संशोधित कर 2.11 प्रतिशत कर दिया गया है. प्ररंभिक आंकडों में इसके 2.19 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था. पिछले साल जनवरी में देखा जाए तो खुदरा मुद्रास्फीति 5.07 प्रतिशत थी. 

सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार इस साल जनवरी में फल, सब्जी और अंडे के दाम लगातार कम हुए और इनके दाम में क्रमश: 4.18 प्रतिशत, 13.32 प्रतिशत तथा 2.44 प्रतिशत की कमी आयी. ईंधन और लाइट श्रेणी में भी महंगाई दर इस साल जनवरी में घटकर 2.2 प्रतिशत पर आ गयी जो दिसंबर 2018 में 4.54 प्रतिशत थी. आलोच्य महीने में खाद्य महंगाई दर 2.17 प्रतिशत घट गयी है. यह दिसंबर 2018 में 2.51 प्रतिशत घटी थी. 

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यस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री शुभदा राव ने कहा, ‘‘जनवरी में 2.05 प्रतिशत खुदरा मुद्रास्फीति 19 महीने का न्यूनतम स्तर है. ईंधन के दाम में भी गिरावट दर्ज की गयी. इससे पहले, जून 2017 में खुदरा मुद्रास्फीति 1.46 प्रतिशत के न्यूनतम स्तर पर थी. उन्होंने कहा कि इसके साथ मुख्य मुद्रास्फीति (कोर) के 5.36 प्रतिशत पर रहने से सीपीआई में सालाना आधार पर अगले पांच महीनों में 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत के बीच वृद्धि की संभावना है. इससे अप्रैल और उसके बाद नीतिगत दर में कटौती की संभावनी बढ़ गयी है.

(इनपुट-भाषा)

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