पीपीएफ और लघु बचत पर ब्याज दर कम करना तकनीकी रूप से सही हो सकता है लेकिन ऐसा करने का यह गलत समय है.
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नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम (P. Chidambaram) ने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificates) और लोक भविष्य निधि (Public Provident Fund) समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें कम करने के फैसले की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि सरकार को 30 जून तक के लिए पुरानी ब्याज दरें बहाल करनी चाहिए.
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा, "पीपीएफ और लघु बचत पर ब्याज दर कम करना तकनीकी रूप से सही हो सकता है लेकिन ऐसा करने का यह गलत समय है. इस बहुत ही मुश्किल घड़ी और आय को लेकर अनिश्चितता के दौर में लोग अपनी बचत पर ब्याज से होने वाली आय पर निर्भर होते हैं. सरकार को इस निर्णय पर तत्काल पुनर्विचार करना चाहिए और पहले की ब्याज दर को 30 जून तक बहाल करना चाहिए."
In times of acute distress and uncertainty about income, people depend on the interest income on their savings.
Government must reconsider immediately and restore old rates until June 30.@narendramodi @PMOIndia @nsitharaman @nsitharamanoffc
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 1, 2020
चिदंबरम ने यह भी कहा कि मेरे विचार से हमें विकास दर को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए. फिलहाल लोगों की जिंदगियां बचाने पर जोर होना चाहिए." चिदंबरम ने पिछले दिनों घोषित वित्तीय पैकेज का उल्लेख करते हुए कहा, "मैं इस बात से चिंतित हूं कि सरकार ने 25 मार्च को बहुत ही कम वित्तीय पैकेज की घोषणा के बाद अब तक वित्तीय सहायता पैकेज का ऐलान नहीं किया.
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गौरतलब है कि सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और लोक भविष्य निधि समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें 2020-21 की पहली तिमाही के लिये 1.4 प्रतिशत तक घटा दी थीं. बैंक जमा दरों में कटौती के बीच सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है.
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