फैबीफ्लू: कोरोना महामारी में तोड़े बिक्री के सारे रिकॉर्ड, 600 फीसदी बढ़ी सेल
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फैबीफ्लू: कोरोना महामारी में तोड़े बिक्री के सारे रिकॉर्ड, 600 फीसदी बढ़ी सेल

पिछले साल अक्टूबर तक जिंककोविट भारतीय बाजार में सबसे अधिक बिकने वाली दवा थी. अन्य दवाइयां जिनकी बिक्री कोरोना महामारी के दौरान बढ़ी, उनमें मोनोसेफ, डोलो और बिटाडीन शामिल हैं.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के इस दौर में एंटीवायरल दवाइयों की मांग में जबरदस्त उछाल आया है. ग्लेनमार्क की फैबीफ्लू ने मल्टीविटामिन ड्रग जिंककोविट (Multivitamin Zincovit) को बिक्री के मामले में पीछे छोड़ दिया है. फैबीफ्लू (Fabiflu) की बिक्री में 600 फीसदी की उछाल दर्ज की गई है. 

सबसे ज्यादा बिकने वाली दवा बनी फैबीफ्लू

फैबीफ्लू अब भारतीय खुदरा फॉर्मा मार्केट में सबसे अधिक बिकने वाली दवा बन गई है. पिछले साल अक्टूबर तक जिंककोविट भारतीय बाजार में सबसे अधिक बिकने वाली दवा थी. अन्य दवाइयां जिनकी बिक्री कोरोना महामारी के दौरान बढ़ी, उनमें मोनोसेफ, डोलो और बिटाडीन शामिल हैं.

क्या है फैबीफ्लू? 

फैबीफ्लू जापानी एंटी-इन्फ्लूएंजा दवा फेविपिरावीर का जेनरिक वर्जन है. पिछले एक महीने में इसकी बिक्री 600 प्रतिशत बढ़ गई है. फार्मा रिसर्च फर्म AIOCD के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में समाप्त हुई 12 महीने की अवधि में फैबिफ्लू (Fabiflu) ने 762 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. जो एंटी-डायबिटिक दवा, ग्लाइकोमेट-जीपी की 564 करोड़ रुपये से अधिक है. फैबिफ्लू की बिक्री का आधा हिस्सा सिर्फ अप्रैल के महीने में आया है.

पिछले साल कोरोना के मामलों में इमरजेंसी यूज की मिली थी अनुमति

फैबीफ्लू को पिछले साल जून महीने में कोरोना के इलाज में इमरजेंसी यूज की अनुमति मिली थी. पिछले साल सितंबर में पहली बार इसकी बिक्री 60 करोड़ पहुंची थी. लेकिन इस अप्रैल में इसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये.

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