कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से महाराष्ट्र में गाड़ियों की बिक्री पर बड़ा असर देखने को मिला है.
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मुंबईः कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते हुए लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से महाराष्ट्र में गाड़ियों की बिक्री पर बड़ा असर देखने को मिला है. अप्रैल से लेकर के मई तक गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन न के बराबर हुआ है. हालांकि पूरे राज्य में जिन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है उनकी बिक्री लॉकडाउन से पहले मार्च में हुई थी.
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महाराष्ट्र के 50 आरटीओ में इस साल अप्रैल और मई में कुल 27,278 नए वाहन पंजीकृत किए गए थे. पिछले वर्ष इसी अवधि में 4,01,961 वाहनों राज्य में पंजीकृत किया गया था. मोटर वाहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वाहनों के पंजीकरण की संख्या में गिरावट आने और कोविड-19 संक्रमण के कारण कर संग्रह में कमी आने से आटीओ के राजस्व संग्रह पर प्रतिकूल असर पड़ा है. आरटीओ ने अप्रैल और मई में 95.71 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्र किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 1,339.67 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह किया गया था.
8,300 करोड़ रुपये होती है रजिस्ट्रेशन से कमाई
महाराष्ट्र में वाहनों की कुल संख्या 3.75 करोड़ से अधिक है जो कि सर्वाधिक है और करों के रूप में हर वर्ष 8,300 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व एकत्र होता है. आरटीओ के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दो महीने में जिन वाहनों का पंजीकरण किया गया है, उनमें से अधिकतर मार्च में बेचे गए थे. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन लागू होने के कारण ऋण मंजूरी में देरी और कागजी काम पूरा नहीं होने जैसी समस्याओं के कारण वाहनों का तत्काल पंजीकरण नहीं हो पाया था. इसलिए, पंजीकरण पिछले दो महीने में किया गया.
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दो पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन सबसे ज्यादा
पिछले दो महीने में जिन वाहनों का पंजीकरण किया गया, उनमें सर्वाधिक दो पहिया वाहन (20,590) हैं. इसके बाद कारों (3,914) का पंजीकरण किया गया है. सूत्रों ने बताया कि पिछले दो महीने में जिन 50 आरटीओ में वाहनों का पंजीकरण किया गया है, उनमें सर्वाधिक संख्या में वाहनों का पंजीकरण पुणे आरटीओ (1,792) में किया गया है. परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के नियमों में ढील के साथ वाहनों के पंजीकरण की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
(इनपुट-पीटीआई)