E-Comerce कंपनियों ने बनाया अपने लिए अलग व्यापार संघ, TECI का होगा ये काम
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E-Comerce कंपनियों ने बनाया अपने लिए अलग व्यापार संघ, TECI का होगा ये काम

इस व्यापार संघ में अमेजन और फ्लिपकार्ट नहीं शामिल है.

1 फरवरी से नई ई-कॉमर्स पॉलिसी लागू है. (फाइल)

नई दिल्ली: ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपना नया व्यापार संघ 'ई-कॉमर्स काउंसिल ऑफ इंडिया' (TECI) बनाया है. इस संघ में स्नैपडील, शॉपक्लूज, अर्बनक्लैप और शॉप101 जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां शामिल हैं. ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा व्यापार संघ बनाने का कदम ऐसे समय उठाया गया है जबकि सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए विदेशी निवेश के नियमों को सख्त कर दिया है. इसके अलावा राष्ट्रीय ई-कॉमर्स नीति के मसौदे में सीमापार डेटा के प्रवाह पर अंकुश के लिए एक कानूनी और प्रौद्योगिकी ढांचे का प्रस्ताव किया गया है. इसके अलावा कंपनियों के लिए स्थानीय स्तर पर संवेदनशील आंकड़ों को जुटाने या उन्हें विदेश में स्टोर करने के संदर्भ में भी शर्तें तय की गई हैं. 

इस नए संघ की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'देश के तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स क्षेत्र ने टीईसीआई नाम से अपना व्यापार संघ बनाया है. इस व्यापार संघ के संस्थापक सदस्यों में स्नैपडील, शॉपक्लूज, अर्बनक्लैप, शॉप 101, फ्लाईरोब और फाइंड शामिल हैं.' 

नई E-Commerce पॉलिसी तैयार, Amazon और Flipkart ने किया स्वागत

बता दें, एक फरवरी से भारत में ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए नियम बदल गए हैं. नए नियम के मुताबिक, विदेशी निवेश लेने वाली ई-कॉमर्स कंपनियों को अपने प्लेटफॉर्म यानि वेबसाइट पर अपनी ही ग्रुप की कंपनियों या सहयोगी कंपनियों के सामान बेचने की इजाजत नहीं है. इस बीच सरकार नई ई-कॉमर्स पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है. इसके लिए अमेजन और वॉलमार्ट जैसी कंपनियों से उनकी राय मांगी गई है.

भारत ई-कॉमर्स के लिए बहुत बड़ा बाजार है और आने वाले दिनों में यहां बहुत संभावनाएं भी हैं. नीति आयोग का भी मानना है कि E-Commerce ने देश में खुदरा क्षेत्र में क्रांति ला दी है और आने वाले समय में देश की वृद्धि में इसकी बड़ी भूमिका होगी. नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने कहा था कि अगर इसका विकास होगा तो इसका सकारात्मक असर  देश के GDP पर भी पड़ेगा.

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