मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में PMLA के तहत दर्ज मामलों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. उनके घर पर तलाशी अभियान जारी है.
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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रैनबैक्सी और Fortis अस्पताल के पूर्व निदेशक मालविंदर मोहन सिंह और शिवेंदर मोहन सिंह के खिलाफ 2397 करोड़ के मनी लॉड्रिंग मामले में मामले में दिल्ली में 7 जगह छापेमरी की. छापोमारी सिंह भाईयों और बाकी आरोपियों सुनील गोडवानी, एन के घोषाल, हेमंत धिंगड़ा और RHC Holdings Pvt Ltd, Arch Finance Pvt Ltd के यहां छापेमारी की.
मालविंदर और शिवेंदर Religare Finvest Pvt Ltd के प्रोमोटर थे, लोकिन पिछले साल फरवरी में उन्हे रेलीगियर से हटा दिया गया था. आरोप है कि दोनों भाईयों ने 2016 के दौरान साजिश रच कर 2397 करोड़ रुपये का घोटाला किया. इसी के साथ 415 करोड़ रुपये का ब्याज भी बकाया है. यानी 2812 करोड़ का घोटाला. इस साजिश में दोनो भाईयों के साथ सुनील गोडवानी, एन के घोषाल और हेमंत धिंगड़ा भी शामिल थे.
Religare की तरफ से पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस की EOW ने शिकायत ली थी और इसी साल 27 मार्च को मामला दर्ज किया था. इसी के बाद ED ने दोनो भाईयों ओर बाकी आरोपियों के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू की. ED की अब तक की जांच के मुताबिक मालविंदर और शिवेंदर ने करीब 15 हज़ार करोड़ रुपये शैल कंपनियों और Entry Operators के जरिये 9 फर्जी कंपनियों में डाईवर्ट कर दिये.