आने वाले दिनों में सस्ता मिल सकता है पेट्रोल-डीजल, सरकार ने ढूंढा महंगे तेल का तोड़
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आने वाले दिनों में सस्ता मिल सकता है पेट्रोल-डीजल, सरकार ने ढूंढा महंगे तेल का तोड़

देश में कचरे से 6.2 करोड़ टन सीबीजी उत्पादन की क्षमता है और इसके उपयोग से ऊर्जा में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ेगी जो फिलहाल 6 से 7 प्रतिशत है.

भारत अपनी कुल तेल जरूरतों में से 81 प्रतिशत से अधिक आयात से पूरा करता है.

नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार आ रहे उछाल से देश में पेट्रोल-डीजल के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं. ईंधन के दाम बढ़ने से महंगाई का असर दिखाई देने लगा है. ईंधन पर छाई मंहगाई को लेकर विपक्षी दल केंद्र पर लगातार हमला कर रहे हैं. सरकार तेल के दामों पर लगाम लगाने के लिए नए-नए उपाय खोज रही है. इसी क्रम में केंद्र सरकार ने तेल पर निर्भरता कम करने का प्लान तैयार किया है. सरकार का कहना है कि अपने ही देश में बायोफ्यूल और बायो ईंधन को बढ़ावा देकर आयातित तेल पर निर्भरता कम की जा सकती है. सरकार ने देश में तेजी से बायोगौस प्लांट विकसित करने की योजना तैयार की है. 

भारत अपनी कुल तेल जरूरतों में से 81 प्रतिशत से अधिक आयात से पूरा करता है. इसमें कमी लाने के लिये कृषि अवशेष, ठोस कचरा, गोबर, ठोस कचरा और दूषित जल शोधित संयंत्रों से निकलने वाले अवशिष्ट आदि से बायोगैस उत्पादन की योजना है.

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बायो गैस पर अपनी नीति का खुलासा करते हुए बताया कि कृषि अवशेष, गोबर और स्थानीय निकायों के ठोस कचरे से बायो गैस तैयार करने के लिए अगले पांच साल में 1.75 लाख करोड़ रुपये के निवेश से 5,000 बायो गैस प्लांट तैयार किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि तेल जरूरतों को पूरा करने के लिये आयात पर निर्भरता कम करने के मकसद से सार्वजनिक क्षेत्र की ईंधन विपणन कंपनियां इन प्लांटों से तैयार बायोगैस 46 रुपये किलो पर खरीदेगी.

उन्होंने कहा, ‘हमने काम्प्रेस्ड बायो-गैस (सीबीजी) पेशकश को लेकर उत्पादकों से उनकी इच्छा जानने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है. तेल कंपनियां परिवहन के लिए ईंधन के रूप में इसका उपयोग कर सकती हैं.’ सीबीजी आने के बाद यह काम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) का स्थान लेगी. फिलहाल सीएनजी का उपयोग बसों, कार और ऑटो में किया जाता है.

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पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि सीबीजी के लिए कीमत 46 रुपये किलो रखी गई है जो घरेलू प्राकृतिक गैस से अधिक है. इसके अलावा 100 प्रतिशत खरीद की गारंटी दी जा रही है. देश में 14.6 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन प्राकृतिक गैस की खपत की जा रही है, इसमें से 56 प्रतिशत का आयात किया जाता है.

उन्होंने कहा कि देश में कचरे से 6.2 करोड़ टन सीबीजी उत्पादन की क्षमता है और इसके उपयोग से ऊर्जा में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ेगी जो फिलहाल 6 से 7 प्रतिशत है. निजी क्षेत्र में 5,000 सीबीजी संयंत्र लगाने का प्रस्ताव है जिससे प्रत्यक्ष रूप से 75,000 रोजगार मिलेंगे. इसमें 1.75 करोड़ रुपये का निवेश होगा. उन्होंने कहा कि रूचि पत्र 31 मार्च, 2019 तक वैध है लेकिन पहला सीबीजी संयंत्र से उत्पादन इसी तिमाही में शुरू हो सकता है. 

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जल्द शुरू होगा पहला कंप्रैस्ड बॉयोगैस प्लांट
सरकार जल्द ही देश का पहला कंप्रैस्ड बॉयो-गैस (सीबीजी) प्लांट शुरू करने जा रही है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने केंद्र सरकार के टिकाऊ वैकिल्पक किफायती परिवहन (एसएटीएटी) पहल को लांच करते हुए यह कहा कि सीबीजी को वाहन यूजर्स के साथ ही किसानों और उद्यमियों के फायदे के लिए बनाया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि स्वच्छ हरित ईंधन सीबीजी घर में एलएनजी (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) की जगह प्रयोग किया जाए, साथ ही परिवहन के लिए भी इसका इस्तेमाल हो.

लगातार बढ़ रहे हैं ईंधन के दाम
पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. सोमवार 1 अक्टूबर को मुंबई में पेट्रोल 91 रुपये प्रति लीटर को पार गया. इंडियन ऑयल की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में सोमवार को पेट्रोल क्रमश: 83.73 रुपये, 85.53 रुपये, 91.08 रुपये और 87.05 रुपये प्रति लीटर था. पेट्रोल के साथ डीजल के दाम भी लगातार आसमान छू रहे हैं. दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में सोमवार को डीजल क्रमश: 75.09 रुपये, 76.94 रुपये, 79.72 रुपये और 79.40 रुपये प्रति लीटर बिकने लगा. महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल का दाम 92.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 80.20 रुपये प्रति लीटर था. इससे पहले रविवार को सीएनजी की कीमतें भी बढ़ाई गई थीं. बाजार के जानकार बताते हैं कि तेल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी से आगे महंगाई बढ़ सकती है, क्योंकि वाहन ईंधन का दाम बढ़ने से माल ढुलाई से लेकर यात्री किराये में आने वाले दिनों में वृद्धि होना तय है.

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