तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ बढ़कर 7.2 फीसदी, भारत ने चीन को पीछे छोड़ा
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तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ बढ़कर 7.2 फीसदी, भारत ने चीन को पीछे छोड़ा

 कृषि, निर्माण और विनिर्माण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की बदौलत अक्टूबर से दिसंबर की तीसरी तिमाही के दौरान देश की आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गई जो कि पिछली पांच तिमाहियों में सर्वाधिक रही.

तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ बढ़कर 7.2 फीसदी, भारत ने चीन को पीछे छोड़ा

नई दिल्ली: कृषि, निर्माण और विनिर्माण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की बदौलत अक्टूबर से दिसंबर की तीसरी तिमाही के दौरान देश की आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गई जो कि पिछली पांच तिमाहियों में सर्वाधिक रही. तीसरी तिमाही के आर्थिक वृद्धि आंकड़ों के साथ ही बुनियादी क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों के उत्पादन सूचकांक में जनवरी माह में 6.7 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. बुनियादी उद्योगों में कोयला, इस्पात, सीमेंट और पेट्रोलियम रिफाइनरी क्षेत्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा है. एक साल पहले जनवरी में इन क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि 3.4 प्रतिशत रही थी.

चालू वित्त वर्ष की अक्तूबर से दिसंबर 2017 की तीसरी तिमाही के वृद्धि आंकड़ों पर वित्त मंत्रालय ने कहा है कि आंकड़ों से व्यापक स्तर की उल्लेखनीय वास्तविक आर्थिक गतिविधियों का संकेत मिलता है.

वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि तीसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि हासिल होने के साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था एक बार फिर से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गई है. उन्होंने कहा कि स्थिर पूंजी में मजबूत वृद्धि से अर्थव्यवस्था में निवेश के गति पकड़ने का संकेत मिलता है. एक रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में चीन की जीडीपी वृद्धि 6.8 प्रतिशत रही है.

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन बिवेक देबराय ने कहा कि अर्थव्यवसथा सही रास्ते पर आगे बढ़ रही है. आर्थिक वृद्धि दर में जो वृद्धि दिखाई दे रही है वह सरकार के आर्थिक सुधारों को बढ़ाने का ही प्रतिबिंब है.

केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आज जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.6 प्रतिशत रहेगी. एक साल पहले 2016-17 में आर्थिक वृद्धि 7.1 प्रतिशत रही थी. वर्ष की दूसरी तिमाही में वृद्धि दर पहले के 6.3 प्रतिशत के अनुमान से सुधरकर 6.5 प्रतिशत हो गई. भारतीय उद्योग परिसघ (सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, ‘‘तीसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि से इस धारणा को बल मिला है कि भारतीय अर्थव्यवस्था आर्थिक वृद्धि में सतत तेजी के रास्ते पर पहुंच चुकी है. इससे पिछली यानी दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि 6.5 प्रतिशत रही.’’ 

तीसरी तिमाही के दौरान विनिर्माण क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में 8.9 प्रतिशत वृद्धि हुई जो कि पिछली तिमाही में 6.9 प्रतिशत बढ़ा था. इसी प्रकार कृषि क्षेत्र का जवीए तीसरी तिमाही में 4.1 प्रतिशत बढ़ा जोकि इससे पिली तिमाही में 2.7 प्रतिशत बढ़ा था. निर्माण क्षेत्र में आलोच्य अवधि में 2.8 प्रतिात के मुकाबले 6.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. वित्तीय सेवाओं सहित सेवा क्षेत्र में इस दौरान 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. जहां तक बुनियादी ढांचा क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों की बात है कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली-- क्षेत्र में जनवरी में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. इससे पहले दिसंबर माह में इसमें 4.2 प्रतिशत और नवंबर में 7.4 प्रतिशत वृद्धि रही थी.

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