बर्लिन : जर्मनी की कंपनियों ने भारत में बाजार धारणा में बदलाव का स्वागत करते हुए नयी सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल में भागीदारी की इच्छा जताई है। सरकार की मेक इन इंडिया पहल का उद्देश्य विदेशी कंपनियों को देश में निवेश के लिए आकर्षित करना व देश में विनिर्माण को प्रोत्साहन देना है।
फैंकफर्ट में एक व्यापार सम्मेलन में भाग लेते हुए कई कारोबारी नेताओं ने भारत के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्युटिकल्स तथा अक्षय उर्जा क्षेत्रों में गठजोड़ की उम्मीद जताई। जर्मनी के हेसेन राज्य के आर्थिक, उर्जा, परिवहन व क्षेत्रीय विकास मंत्री तारेक अल वजीर की अगुवाई में इस साल एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भारत यात्रा पर आएगा। हेसेन ट्रेड एंड इन्वेस्ट जीएमबीएच (एचटीएआई) के सीईओ रेनर वाल्डश्मिड ने यह जानकारी दी।
जर्मनी की कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बाजार धारणा में बदलाव पर उम्मीद जताई है। फ्रैंकफर्ट में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने बयान में कहा कि पैनल चर्चा में भाग लेने वालों ने सकारात्मक कारोबारी धारणा जताई है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्युटिकल्स व अक्षय उर्जा क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल थे।