सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल का मुनाफा हुआ दोगुना, कमाए 7,883 करोड़ रुपये
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सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल का मुनाफा हुआ दोगुना, कमाए 7,883 करोड़ रुपये

इंडियन ऑयल के मुनाफे में पिछले वित्‍त वर्ष के समान अवधि की तुलना में दोगुनी बढ़ोतरी हुई. कंपनी का मुनाफा 7,883.22 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 3,994.91 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था.

आईओसी ने तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2017) के नतीजों में बताया कि कंपनी ने इस अवधि में दोगुना मुनाफा कमाया है.

नई दिल्ली : एक तरफ आम आदमी पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से बेहद परेशान है, तो दूसरी तरफ सरकारी तेल कंपनियों का मुनाफा तेजी से बढ़ रहा है.
सरकार की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) द्वारा मंगलवार को जारी किए गए तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2017) के नतीजों में बताया गया कि कंपनी ने इस अवधि में दोगुना मुनाफा कमाया है. इंडियन ऑयल के मुनाफे में पिछले वित्‍त वर्ष के समान अवधि की तुलना में दोगुनी बढ़ोतरी हुई. कंपनी का मुनाफा 7,883.22 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 3,994.91 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था.

  1. पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में दोगुनी बढ़ोतरी हुई.
  2. पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 3,994.91 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया.
  3. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रहा है लगातार इजाफा.

पिछली तिमाही में IOC का मुनाफा 3,696 करोड़ रुपये था
क्रमिक आधार भी समीक्षाधीन तिमाही में तेल विपणन कंपनी (ओएमसी) के मुनाफे में तेज वृद्धि दर्ज की गई है. इसकी पिछली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,696 करोड़ रुपये था. कंपनी ने अपने निदेशक मंडल की बैठक के बाद शेयर बाजार में दाखिल नियामकीय रिपोर्ट में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में आईओसी का कुल राजस्व बढ़कर 1,30,865 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 1,15,630 करोड़ रुपये था.

समीक्षाधीन अवधि में कंपनी सकल रिफाइनरी मार्जिन (जीआरएम) में वृद्धि दर्ज की, जोकि प्रति बैरल कच्चे तेल को पेट्रोलियम उत्पादों में बदलने पर मिलने वाले मार्जिन को कहते हैं. चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि के दौरान जीआरएम 8.28 डॉलर प्रति बैरल रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान यह 7.36 डॉलर प्रति बैरल था.

दिल्ली व अन्य शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हैं आसमान पर
उल्‍लेखनीय है कि दिल्ली व अन्य शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. इंडियन ऑयल कॉर्प के डाटा के अनुसार, "बीते 25 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 72.49 रुपये प्रति लीटर हो गया था, जोकि तीन वर्षों में सबसे ज्यादा था. इससे पहले पेट्रोल की सबसे ज्यादा कीमत अगस्त 2014 में 72.51 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई थी."

पेट्रोल की कीमत ने तोड़ा 3 साल का रिकॉर्ड
इसी दिन कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत क्रमश: 75.19 रुपये, 80.60 रुपये और 75.18 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई. तीनों शहरों में भी यह कीमत तीन वर्षों में सबसे ज्यादा रही. उसी तरह, डीजल की कीमत भी बीते हफ्ते लगातार रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ रही. दिल्ली में बीते गुरुवार को डीजल की कीमत 63.53 रुपये प्रति लीटर रही. वहीं कोलकाता में इसकी कीमत 66.20 रुपये, मुंबई में 67.65 रुपये और चेन्नई में 67.00 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई.

वैश्विक और स्थानीय कारकों से तेल के दामों में वृद्धि होती है. पेट्रोलियम निर्यातक कंपनियों के तेल उत्पादन में कमी और अत्यधिक मांग की वजह से भी प्राय: इसकी कीमतों में इजाफा होता है. अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा पार कर बीते गुरुवार को 71.03 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थी.

(इनपुट आईएएनएस से)

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