नई दिल्ली: आप फ्लाइट बुक करने की सोच रहे हैं, लेकिन आपको मिल नहीं रही, मिल भी रही है तो किराया बहुत ज्यादा है. तो फिक्र न करें. अब फ्लाइट की किल्लत दूर हो गई है. एविएशन मंत्रालय ने एयरलाइंस को कहा है कि वो अपनी घरेलू उड़ानों की क्षमता का 60 परसेंट इस्तेमाल कर सकती हैं. कोरोना संकट को देखते हुए एयरलाइंस को अबतक अपनी पूरी क्षमता का सिर्फ 45 परसेंट उड़ानों की ही मंजूरी थी. 


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हवाई यात्रियों, एयरलाइंस को होगा फायदा
अनलॉक-4 के तहत लिए गए एविएशन मंत्रालय के इस फैसले से एक ओर एयरलाइंस खुश होंगी क्योंकि उन्हें नए हवाई यात्री मिलेंगे जिससे उनका बिजनेस बढ़ेगा. दूसरी ओर इस फैसले से मुसाफिरों को भी फायदा होगा, क्योंकि उन्हें उड़ानों के ज्यादा विकल्प मिलेंगे, हो सकता है किराया भी थोड़ा कम हो जाए. त्योहारों का सीजन शुरू होने वाला है, दिवाली और दशहरा में मुसाफिर ज्यादा सफर करते हैं, इससे एयरलाइंस को अपनी कमाई बढ़ने की उम्मीद भी है. 


लगातार बढ़ रही थी मांग
एविएशन मंत्रालय ने ये फैसला मौजूदा हालात और घरेलू हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया है. मई में हवाई यात्रियों की संख्या एक दिन में सिर्फ 40,000 थी, जो अब बढ़कर 1 लाख के पार चली गई है. जिसकी वजह से रोजाना उड़ानों की संख्या भी मई में 500 से बढ़कर अब 1100 के करीब हो चुकी है. 


आपको बता दें कि 24 मार्च को लॉकडाउन के बाद से सभी उड़ानों पर पाबंदी लग गई थी. इसके बाद 25 मई को फिर से उड़ानों की इजाजत दी गई, इस दिन 30,550 लोगों ने घरेलू विमान से सफर किया था. एक सितंबर तक रोजाना यात्रियों की संख्या 1,20,725 हो चुकी है, और फ्लाइट की संख्या भी 1,121 हो चुकी है.


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